वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज कुल 6.29 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज की घोषणा की जिसके तहत स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 50 हजार करोड़ रुपये दिये गये हैं. गौरतलब है कि देश कोविड महामारी के दूसरे चरण से बुरी तरह प्रभावित है और तीसरी लहर की आशंका भी विशेषज्ञों ने जता दी है.
सरकार ने आज के राहत पैकेज में 23,220 करोड़ रुपये की घोषणा की है जिसे आम लोगों के स्वास्थ्य, बच्चे और बाल चिकित्सा पर खर्च किया जायेगा. बच्चों के लिए पर्याप्त बेड और आईसीयू की व्यवस्था भी इसमें शामिल होगी. गौरतलब है कि तीसरी लहर के बारे में बार-बार यह कहा जा रहा है कि बच्चों पर अटैक करेगी, हालांकि विशेषज्ञ इस बात से सहमत नहीं हैं, बावजूद इसके सरकार को तैयारी करनी होगी ताकि बच्चों को बचाया जा सके.
चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए मेडिकल छात्रों व नर्सों को काम पर लगाया जायेगा ताकि कोरोना की तीसरी लहर के वक्त डॉक्टर और नर्सों की कमी ना हो. इस मद में जो राशि दी गयी है उसे इसी वित्तीय वर्ष में खर्च किया जायेगा.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोविड महामारी की दूसरी लहर से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचा में सुधार के लिए 1.01 लाख करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना समेत विभिन्न उपायों की घोषणा की है. ईसीएलजीएस 4.0 के तहत ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र लगाने को लेकर अस्पतालों, नर्सिंग होम, क्लिनिक, मेडिकल कॉलेज आदि को 2 करोड़ रुपये तक के कर्ज के लिए 100 प्रतिशत गारंटी दी गयी है. इन ऋणों पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत है.
Posted By : Rajneesh Anand
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