नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की बैठक में अर्थव्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. उन्होंने यह समीक्षा ऐसे समय की है, जब कोविड-19 संकट के कारण आर्थिक गतिविधिां बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. कोरोना वायरस महामारी के बाद एफएसडीसी की यह पहली बैठक थी. इसमें आरबीआई गवर्नर तथा अन्य वित्तीय क्षेत्रों के नियामक शामिल हैं. फिच रेटिंग्स और क्रिसिल समेत कई एजेंसियों ने अर्थव्यवस्था में 5 फीसदी तक की गिरावट का अनुमान जताया है. ऐसी स्थिति में वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये हुई एफएसडीसी की यह 22वीं बैठक काफी महत्वपूर्ण है.
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बैठक के बाद एक अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 के संदर्भ में वित्तीय स्थिरता को बनाये रखने के लिए विभिन्न उपायों की समीक्षा की गयी है. बैठक में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता में एफएसडीसी उप-समिति और वित्तीय क्षेत्रों के विभिन्न नियामकों द्वारा उठाये गये कदमों पर भी गौर किया गया. क्षेत्रीय नियामकों के लिए एफएसडीसी शीर्ष निकाय है, जिसके अध्यक्ष वित्त मंत्री हैं.
आरबीआई गवर्नर के अलावा सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड) प्रमुख अजय त्यागी, बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेरमैन सुभाष चंद्र खुंतिया, ऋण शोधन एवं दिवाला बोर्ड (आईबीबीआई) के चेयरमैन एम एस साहू और पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के चेयरमैन सुप्रतिम बंदोपाध्याय भी बैठक में मौजूद थे. देश और दुनिया से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.
आर्थिक मामलों के सचिव तरूण बजाज, राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे, वित्तीय सेवा सचिव देबाशीष पांडा समेत वित्त मंत्रालय अन्य शीर्ष अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए. नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले साल मई में दूसरी बार सत्ता में लौटने के बाद एफएसडीसी की यह तीसरी बैठक है.
Posted By : Vishwat Sen
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