मुंबई : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को देश में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को ‘एक जिला- एक उत्पाद’ को बढ़ाने के लिए बैंकों से राज्यों के साथ मिलकर काम करने की हिदायत दी है. सीतारमण ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से कहा कि वे निर्यातकों के संगठनों से बातचीत करें और उनकी जरूरतों को समझें. उन्होंने ‘एक जिला, एक उत्पाद निर्यात’ एजेंडा को आगे बढ़ाने के लिए बैंकों से राज्यों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया.
वित्त मंत्री ने कहा है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने महामारी के बावजूद अच्छा काम किया और इस दौरान वह रिजर्व बैंक की त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई से बाहर निकले हैं. वित्त मंत्री ने बैंकों से वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र को समर्थन देने का भी निर्देश दिया. बैठक में बैंकों के वित्तीय प्रदर्शन और महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था के समर्थन में उनकी तरफ से उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई.
एक सवाल के जवाब में सीतारमण ने कहा कि क्या राहुल गांधी मौद्रिकरण के बारे में जानते हैं. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में देश के संसाधनों को बेचने का काम हुआ है. बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को सरकार की राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) पर सवाल उठाए थे.
Also Read: गलवान का एक साल: 43 फीसदी भारतीय नहीं खरीदते हैं चीनी उत्पाद, सर्वे में हुआ खुलासा
राहुल गांधी के सवाल का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि क्या वह (राहुल गांधी) मौद्रिकरण को समझते हैं. वह कांग्रेस ही थी, जिसने देश के संसाधनों को बेचा और उसमें रिश्वत हासिल की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 8,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे का मौद्रिकरण किया और 2008 में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए अनुरोध प्रस्ताव आमंत्रित किया गया था.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.