नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय अब हर महीने इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए 1.30 लाख रुपये कैश दे रहा है. अगर आपके मोबाइल पर भी कुछ इस प्रकार का मैसेज आया है तो सावधान हो जाएं. साइबर अपराधी लोगों को चूना लगाने के तरह-तरह के तरीके निकालते रहते हैं. साइबर फ्रॉड के लिए ये अपराधी अब लोगों को तरह-तरह का लालच दे रहे हैं.
इन दिनों सोशल मीडिया पर एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है कि आर्थिक संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार आपको 1 लाख 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद दे रही है. इसके साथ एक लिंक भी शेयर किया जा रहा है. केंद्र सरकार के फैक्ट चेक इकाई PIB Fact Check ने इस वायरल मैसेज को फर्जी बताया है. आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी गयी है.
PIB Fact Check ने इसकी पड़ताल की और इसे पूरी तरह फेक मैसेज करार दिया. पीआईबी ने कहा कि वित्त मंत्रालय की ओर से इस तरह की कोई योजना नहीं चलायी जा रही है. इसका सीधा मतलब हुआ कि इस मैसेज का इस्तेमाल लोगों को चूना लगाने के लिए किया जा रहा है. जैसे ही आप मैसेज के साथ दिये लिंक पर क्लिक करते हैं तो साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं.
PIB Fact Check की ओर से लगातार लोगों को आगाह किया जाता है कि किसी भी प्रकार के लालच में न पड़े. फर्जी दावों की सच्चाई जानने के लिए आप पीआईबी को ईमेल या व्हाट्सएप कर सकते हैं. पीआईबी ने लोगों को आगाह किया है कि जब भी मंत्रालय की ओर से कोई योजना जारी की जाती है तो सबसे पहले जानकारी आधिकारिक वेबसाइट पर डाली जाती है.
This WhatsApp forward claiming that @FinMinIndia is providing emergency cash where recipients will receive Rs 1,30,000 per month for 6 months is #FAKE!
❌Don't believe this message
❌Don't forward such links
❌Never disclose personal information on such websites#PIBFactCheck pic.twitter.com/3okZwNHyhA
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 29, 2021
अगर आपके पास भी कोई ऐसा वायरल मैसेज है जिसमें कुछ दावे किये जा रहे हैं तो आपका फैक्ट चेक करवा सकते हैं. इसके लिए आपको सरकार की ओर से बनाये गये पीआईबी फैक्ट चेक के पास उस मैसेज को भेजना होगा. मैसेज आप मोबाइल नंबर +918799711259 पर व्हाट्सअप कर सकते हैं. socialmedia@pib.gov.in पर ईमेल भी कर सकते हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.