25 से 30 साल की उम्र में निवेश शुरू करने पर रिटायरमेंट तक मिलेगा अच्छा पैसा, जानिए कितना होगा फायदा
Financial planning : अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको कम उम्र में ही निवेश शुरू कर देना चाहिए. ऐसा करने पर आपको रिटायरमेंट तक अच्छी-खासी रकम मिल सकती है. निवेश विशेषज्ञों की राय के अनुसार, जितनी जल्दी हो, बाजार में निवेश शुरू कर देना चाहिए. कम उम्र में निवेश शुरू करने और उसे देर तक बनाए रखने से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. कंपाउंडिंग पावर से आपका निवेश कई गुना ज्यादा बढ़ सकता है.
Investment : अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो आपको कम उम्र में ही निवेश शुरू कर देना चाहिए. ऐसा करने पर आपको रिटायरमेंट तक अच्छी-खासी रकम मिल सकती है. निवेश विशेषज्ञों की राय के अनुसार, जितनी जल्दी हो, बाजार में निवेश शुरू कर देना चाहिए. कम उम्र में निवेश शुरू करने और उसे देर तक बनाए रखने से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. कंपाउंडिंग पावर से आपका निवेश कई गुना ज्यादा बढ़ सकता है.
इसे उदाहरण के जरिए भी समझा जा सकता है. मान लीजिए कि किसी ने 25 साल की उम्र में निवेश शुरू किया, किसी ने 35 साल और किसी ने 40 साल में. सभी ने अपना निवेश रिटायरमेंट तक यानी 60 की उम्र तक बनाए रखा. अब तीनों के केस में निवेश के लिए इंस्ट्रूमेंट का इस्तेमाल किया गया, जहां सालाना अनुमानित रिटर्न 8 फीसदी है.
25 साल की उम्र में निवेश का फायदा
मान लीजिए कि किसी व्यक्ति ने 25 साल की उम्र में निवेश शुरू किया. वह हर महीने 5000 रुपये का निवेश करता है, जिसमें उसे सालाना 8 फीसदी का रिटर्न मिलता है. वह इस निवेश को 35 साल की अवधि तक जारी रखता है, तो इन 35 सालों में उसकी कुल जमा रकम 21 लाख रुपये हो जाएगी. जबकि, निवेश की कुल वैल्यू 1.2 करोड़ रुपये होगी. अब इसमें जो व्यक्ति 25 साल में निवेश शुरू करता है, उसे रिटायरमेंट की उम्र तक करीब 94.5 लाख रुपये का फायदा होगा.
35 साल की उम्र में निवेश का फायदा
दूसरा, कोई व्यक्ति 35 साल की उम्र में हर महीने 5000 रुपये का निवेश शुरू करता है, जिसमें उसे सालाना 8 फीसदी का रिटर्न मिलता है. वह इस निवेश को 25 साल की अवधि तक जारी रखता है, तो इन 25 सालों में उसकी कुल जमा रकम 15 लाख रुपये हो जाएगी. जबकि, एसआईपी की कुल वैल्यू 48 करोड़ रुपये होगी. अब इसमें जो व्यक्ति 35 साल में निवेश शुरू करता है, उसे रिटायरमेंट की उम्र तक करीब 33 लाख रुपये का फायदा होगा.
40 साल की उम्र से निवेश का फायदा
कोई व्यक्ति 40 साल की उम्र में हर महीने 5000 रुपये का निवेश शुरू करता है, जिसमें उसे सालाना 8 फीसदी का रिटर्न मिलता है. वह इस निवेश को 20 साल की अवधि तक जारी रखता है, तो इन 20 सालों में उसकी कुल जमा रकम 12 लाख रुपये हो जाएगी. जबकि, एसआईपी की कुल वैल्यू 30 करोड़ रुपये होगी. अब इसमें जो व्यक्ति 40 साल में निवेश शुरू करता है, उसे रिटायरमेंट की उम्र तक करीब 18 लाख रुपये का फायदा होगा.
निवेश के बेहतरीन विकल्प
इक्विटी और डेट म्यूचुअल फंड, पीपीएफ, गवर्नमेंट बांड, नेशनल पेंशन सिस्टम, फिक्स्ड डिपॉजिट. यहां म्यूचुअल फंड में लंबी अवधि में 8 से 10 फीसदी रिटर्न मिल रहा है, तो एनपीएस में 6 से 8 फीसदी सालाना रिटर्न संभव है. पीपीएफ में अभी ब्याज 7.1 फीसदी सालाना है, तो गवर्नमेंट बॉन्ड पर 7 से 8 फीसदी रिटर्न हासिल किया जा सकता है. वहीं, एफडी पर 5.25 फीसदी से 7.25 फीसदी सालाना रिटर्न मिल रहा है. यहां कुछ विकल्पों में 5 साल या 15 साल मेच्योरिटी पीरियड है, लेकिन उसे आगे 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
क्या है कंपाउंडिंग
निवेश पर आपकी जो कमाई होती है, उसे फिर से निवेश कर देना ही कंपाउंडिंग कहलाता है. इसमें आपको मूलधन के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. कंपाउंडिंग आपके निवेश को बढ़ाने का बड़ा जरिया है. आपको भी इसका फायदा उठाना है, तो म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश एक बेहतर विकल्प है.
Posted By : Vishwat Sen
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