न्यूयॉर्क : अमेरिका के 16 बड़े बैंकों में शुमार जिस सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) की वजह से पूरी दुनिया के बैंकिंग सेक्टर में भूचाल की स्थिति पैदा हुई, उसे खरीदने की कतार में कई बड़े बैंक खड़े हैं. मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एफडीआईसी) ने कहा है कि उत्तर कैरोलिना स्थित फर्स्ट सिटीजन बैंक संकटग्रस्त सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) को खरीदेगा. एसवीबी के विफल होने से पूरा बैंकिंग उद्योग सकते में आ गया था और दुनिभर में बैकिंग क्षेत्र को लेकर चिंता का माहौल बन गया था. यह सौदा ऐसे समय हुआ है जब निवेशकों का भरोसा हिल चुका है. हालांकि, अब वे राहत की सांस ले सकते हैं.
फर्स्ट सिटिजन की शाखाओं के तौर पर खुलेंगी एसवीबी ब्रांच
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एफडीआईसी तथा अन्य नियामकों ने जमाकर्ताओं (डिपॉजिटर्स) की रक्षा के लिए तथा वित्तीय संकट को और गहराने से रोकने के लिए बड़े कदम उठाए थे. इसी सिलसिले में यह गारंटी दी गई थी कि एसवीबी तथा अमेरिका के विफल हो चुके एक अन्य बैंक के ग्राहक अपने पूरे धन का उपयोग कर सकेंगे. अब एसवीबी के ग्राहक खुद ही फर्स्ट सिटिजन के ग्राहक बन गए हैं. एसवीबी की 17 शाखाएं अब फर्स्ट सिटिजन की शाखाओं के तौर पर ही खुलेंगी.
सिग्नेचर बैंक भी हो गया बंद
सिलिकॉन वैली बैंक के 10 मार्च को विफल होने के दो दिन बाद न्यूयॉर्क का सिग्नेचर बैंक भी बैठ गया था. सिग्नेचर बैंक के बड़े हिस्से को खरीदने के लिए न्यूयॉर्क कम्युनिटी बैंक राजी हो गया था लेकिन एसवीबी के खरीदार की खोज जारी रही थी. एफडीआईसी ने बयान में कहा कि इस बिक्री में एसवीबी के सारे जमा और ऋण की बिक्री भी शामिल है.
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एफडीआईसी की रिसीवरशिप में बनी रहेंगी प्रतिभूतियां
रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 90 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां और अन्य परिसंपत्तियां एफडीआईसी के निपटान के लिए रिसीवरशिप में बनी रहेंगी. इसके अलावा, एफडीआईसी को नॉर्थ कैरोलिना के रालेघ स्थित फर्स्ट सिटिजंस बैंक के इक्विटी शेयर मिले जिसका संभावित मूलय 500 मिलियन डॉलर के करीब है.
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