मुंबई : महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के उपनगर दहिसर पुलिस ने अच्छे क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (सीआईबीआईएल) स्कोर वाले दस्तावेजों के साथ ऋण लेकर दोपहिया वाहन विक्रेताओं को धोखा देने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपित एक बैंक कर्मचारी है, जिसने अपने सहयोगियों को अच्छे सीआईबीआईएल स्कोर धारकों के दस्तावेज दिये. इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ऋण लेकर मोटरसाइकिल खरीदी और बिना एक भी किश्त दिये वाहन को बेच दिया.
दहिसर पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक चंद्रकांत गर्ग के मुताबिक, चार लोग ऋण पर दोपहिया वाहन खरीद कर ग्रामीण इलाकों में 50 से 55 हजार रुपये में बिक्री कर रहे थे. जांच में पाया गया कि एक बैंक कर्मी ही सीआईबीआईएल स्कोरवाले दस्तावेजों की आपूर्ति कर रहा था.
गिरोह के सदस्य मूल दस्तावेज धारकों की तस्वीर बदल कर अपनी तस्वीर चस्पा कर देते थे. फिर इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ऋण लेने के बाद गिरोह के सदस्य कम मूल्य पर खरीदारों को वाहन बेच देंगे.
पुलिस के मुताबिक, पुणे का बैंक कर्मी मुख्य आरोपित है. पुलिस ने गिरोह के सदस्यों द्वारा बेचे गये करीब दो दर्जन वाहनों को बरामद किया है. मामले में बैंक कर्मचारी सहित गिरोह के छह सदस्यों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. इनमें से पांच को गिरफ्तार किया गया है. एक की तलाश की जा रही है.
मालूम हो कि सीआईबीआईएल स्कोर तीन अंकों का होता है. सीआईबीआईएल का मतलब क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड होता है. इसे क्रेडिट इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट यानी सीआईआर रिपोर्ट कहा जाता है. यह अंक क्रेडिट इतिहास के आधार पर दिया जाता है.
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