Fixed Deposit: सीनियर सिटीजन्स को इन 7 बैंकों में एफडी पर मिल रहा 8% से अधिक तगड़ा रिटर्न, जानें

Fixed Deposit: फिक्स्ड डिपॉजिट से सीनियर सिटीजन्स को हर महीने एक निश्चित आमदनी का जरिया है. देश के 7 सरकारी और प्राइवेट बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर सीनियर सिटीजन्स को तगड़ा रिटर्न दे रहे हैं. पढ़िए रिपोर्ट...

By KumarVishwat Sen | December 26, 2024 5:10 PM

Fixed Deposit: भारत में वरिष्ठ नागरिकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) योजनाएं सुरक्षित निवेश का एक लोकप्रिय माध्यम हैं, जो नियमित जमाकर्ताओं की तुलना में उच्च ब्याज दरें प्रदान करती हैं। वर्तमान में, कई बैंक वरिष्ठ नागरिकों को आकर्षक ब्याज दरें ऑफर कर रहे हैं। यहां कुछ प्रमुख बैंकों की जानकारी दी गई है:

इन 7 बैंकों में मिल रहा सबसे अधिक रिटर्न

  • एसबीएम बैंक: एसबीएम बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8.25% की उच्चतम ब्याज दर प्रदान करता है, जो सुरक्षित और लाभदायक निवेश के लिए उपयुक्त है.
  • यस बैंक: यस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8% की ब्याज दर के साथ एफडी का विकल्प प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है.
  • डीसीबी बैंक: डीसीबी बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 8.05% की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है.
  • बैंक ऑफ बड़ौदा: बैंक ऑफ बड़ौदा वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.75% की ब्याज दर प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है.
  • एक्सिस बैंक: एक्सिस बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.60% की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है.
  • एचडीएफसी बैंक: एचडीएफसी बैंक तीन साल की एफडी पर वरिष्ठ नागरिकों को 7.50% की ब्याज दर प्रदान करता है, जो उनके निवेश को सुरक्षित और लाभदायक बनाता है।
  • केनरा बैंक: केनरा बैंक वरिष्ठ नागरिकों को तीन साल की एफडी पर 7.30% की ब्याज दर प्रदान करता है, जिससे उनका निवेश सुरक्षित और लाभदायक होता है.

इसे भी पढ़ें: Success Story: दुबई में नोट छाप रहा मुंबई का यह छोरा, रोजाना कमाता है 32 करोड़

50,000 से अधिक ब्याज पर टीडीएस

ब्याज दरें समय-समय पर बदल सकती हैं. इसलिए, निवेश करने से पहले संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या निकटतम शाखा से पुष्टि अवश्य करें. इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिकों को एफडी पर मिलने वाले ब्याज पर कराधान (टैक्सेशन) के पहलुओं को भी ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि एक वित्तीय वर्ष में 50,000 रुपये से अधिक के ब्याज पर टीडीएस (टैक्स डिडक्टेड एट सोर्स) लागू हो सकता है.

इसे भी पढ़ें: SIP: करोड़पति बनाने वाला एसबीआई का फंड, हर महीने डालने होंगे सिर्फ 10,000 रुपये

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version