नई दिल्ली : कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर लगी पाबंदियों में छूट मिलने के बाद विदेश जाना फिलहाल महंगा हो गया है. ट्रैवल वेबसाइट एजमाईट्रिपडॉटकॉम के आंकड़ों के अनुसार, भारत और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय स्थानों के बीच उड़ानों पर इकोनॉमी क्लास के औसत किराए में पिछले एक महीने के दौरान भारी मांग के कारण काफी वृद्धि हुई है.
ट्रैवल वेबसाइट के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में दिल्ली से अमेरिका के नेवार्क जाने वाली उड़ान का इकोनॉमी क्लास का औसत किराया जुलाई के 69,034 रुपये से बढ़कर अगस्त में 87,542 रुपये हो गया. कुल मिलाकर यह कि दिल्ली से अमेरिका के नेवार्क के हवाई किराए में 18,508 का इजाफा दर्ज किया गया.
कंपनी के आंकड़ों के हवाले से पीटीआई की खबर के अनुसार, इस साल जुलाई में मुंबई-मॉस्को उड़ान और मुंबई-दोहा उड़ान पर इकोनॉमी क्लास के टिकट की औसत कीमत क्रमश: 43,132 रुपये और 11,719 रुपये थी. अगस्त तक यह बढ़कर क्रमश: 85,024 रुपये और 18,384 रुपये हो गई.
कंपनी के सीईओ और सह-संस्थापक निशांत पिट्टी ने एक बयान में कहा कि जुलाई की तुलना में अगस्त में अंतरराष्ट्रीय रूटों के इकोनॉमी क्लास के औसत किराए में वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि हाल ही में, बड़ी संख्या में देशों ने भारतीय नागरिकों के लिए अपने यात्रा पाबंदियों में ढील दी है, जिससे यात्रा की मांग में लगातार वृद्धि हुई है, क्योंकि दबी मांग भी इसमें जुड़ गई है.
पिट्टी ने कहा कि ईंधन की बढ़ती लागत और सीटों की उपलब्धता में कमी भी इन मार्गों में से प्रत्येक पर हवाई किराए में वृद्धि के कुछ अन्य कारण हैं. पिछले कुछ हफ्तों के दौरान भारत-ब्रिटेन उड़ानों के किराए में वृद्धि के बारे में यात्री सोशल मीडिया पर शिकायत करते रहे हैं.
गृह मंत्रालय में अंतरराज्य परिषद सचिवालय के सचिव संजीव गुप्ता ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा था कि 26 अगस्त के लिए ब्रिटिश एयरवेज का दिल्ली-लंदन उड़ान का इकोनॉमी क्लास का किराया 3.95 लाख रुपये है.
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में कॉलेजों में दाखिले के इस समय में विस्तार तथा एयर इंडिया का ब्रिटेन उड़ान का किराया भी 1.2 लाख रुपये से 2.3 लाख रुपये के बीच है. इसके जवाब में विस्तार के प्रवक्ता ने कहा कि किराए की दरें हमेशा मांग और आपूर्ति पर निर्भर करती हैं.
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