नयी दिल्ली : फ्रैंकलिन टेंपलटन म्यूचुअल फंड ने सोमवार कहा कि उसने 6 निश्चित आमदनी योजनाओं को उचित तरीके से बंद करने के लिए यूनिटधारकों की मंजूरी मांगी है. कंपनी ने बयान में कहा कि इस बारे में यूनिटधारकों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग प्रक्रिया 26 से 28 दिसंबर तक चलेगी. उसके बाद 29 दिसंबर को संबंधित योजनाओं के यूनिटधारकों की बैठक होगी. कंपनी ने कहा कि यूनिटधारकों को इस बारे में वोट देना है कि क्या इन योजनाओं को बंद किया जाना चाहिए या नहीं. यदि यूनिटधारक योजनाओं को बंद नहीं करने के पक्ष में मत देते हैं, तो इन योजनाओं को खरीद और निकासी के लिए दोबारा खोल दिया जाएगा.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को फ्रैंकलिन टेंपलटन को एक सप्ताह के भीतर यूनिटधारकों की बैठक बुलाने और छह म्यूचुअल फंड योजनाओं को बंद करने के बारे में उनकी सहमति लेने का निर्देश दिया था. फ्रैंकलिन टेंपलटन एमएफ ने कहा कि मतदान की प्रक्रिया का उद्देश्य कंपनी के ट्रस्टियों द्वारा छह योजनाओं को बंद करने के फैसले के बारे में यूनिटधारकों की मंजूरी प्राप्त करना है. यूनिटधारकों से प्रत्येक योजना के लिए अलग-अलग मंजूरी ली जाएगी. इलेक्ट्रॉनिक मतदान की प्रक्रिया संपन्न कराने की जिम्मेदारी फिनटेक को दी गई है.
कंपनी का मानना है कि यदि यूनिटधारक योजनाओं को बंद करने के पक्ष में मत देते हैं, तो यह उनके लिए लाभदायक होगा, क्योंकि इससे संपत्तियों का मौद्रिकरण सुगमता से हो सकेगा और उन्हें अधिकतम मूल्य मिल सकेगा. फ्रैंकलिन टेंपलटन ने 23 अप्रैल को छह बॉन्ड म्यूचुअल फंड योजनाओं को बंद करने की घोषणा की थी.
कंपनी की ओर फिलहाल जिन योजनाओं को बंद किया गया है, उनमें फ्रैंकलिन इंडिया लो डुरेशन फंड, फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बांड फंड, फ्रैंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान, फ्रैंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड, फ्रैंकलिन इंडिया डायनमिक एक्यूरल फंड और फ्रैंकलिन इंडिया इनकम अपॉरच्यूनिटीज फंड शामिल हैं.
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Posted By : Vishwat Sen
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