Adani Row: कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की, जिसमें अडाणी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों से जुड़े मामले पर चर्चा और जांच की मांग संसद के दोनों सदनों में उठाते रहने पर जोर दिया गया. वहीं, दुनिया के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडाणी ने एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति बनने के पीछे पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अपने संबंधों के दावों को खारिज किया है.
एक न्यूज चैनल से खास बातचीत में गौतम अडाणी ने पीएम मोदी के साथ अपने किसी तरह के संबंध होने संबंधी दावों को निराधार बताते हुए कहा कि तथ्य यह है कि वह और पीएम दोनों एक ही राज्य गुजरात से हैं, इसी कारण उन्हें ऐसे आरोपों के लिए टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ये आरोप बेबुनियाद हैं. सच्चाई यह है कि मुझे किसी एक नेता की वजह से पेशेवर सफलता नहीं मिली है. बताते चलें कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह को 5 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. मामले ने इतना तूल पकड़ लिया है कि अब देश की ससंद में हल्ला मचना शुरू हो चुका है. ऐसे में उन निवेशकों चिंता बढ़ गई है, जिन्होंने अपनी गाढ़ी कमाई अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में लगा रखी है.
आपको बता दें कि पिछले एक हफ्ते में अडाणी के शेयरों में गिरावट के कारण स्टॉक मार्केट में लिस्टेड उनकी कंपनियों की कुल मार्केट कैप में 100 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट दर्ज की जा चुकी है. अडाणी पावर (Adani Power) के शेयर्स में 4.98 फीसदी, Adani Wilmar Ltd के शेयर्स में 5 फीसदी की गिरावट और अडाणी इंटरप्राइजेज लिमिटेड (Adani Enterprises Ltd) में 21.61 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. इसके साथ ही अडाणी टोटल गैस लिमिटेड (Adani Total Gas Ltd) और अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd) के शेयर्स में 10 फीसदी की गिरावट एक हफ्ते में दर्ज की गई है.
इधर, मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि विपक्षी दलों ने अडाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा और आरोपों की जांच की मांग संसद के दोनों सदनों में उठाते रहने पर जोर दिया. कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों की मांग है कि पूरे मामले की संयुक्त संसदीय समिति (JPC) द्वारा या फिर सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच हो. गौरतलब है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने बुधवार को अपने 20 हजार करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (FPO) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की थी. हालांकि, कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था. समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है. अडाणी समूह ने रिपोर्ट को निराधार बताया था.
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