गौतम अडानी ने नए सेक्टर में रखा कदम, एग्रीकल्चरल ड्रोन बनाने के लिए स्टार्टअप कंपनी के साथ किया समझौता

केंद्र सरकार ने ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए जुलाई 2021 को नई ड्रोन नीति बनाई है. उसके बाद से लगातार सरकार ड्रोन की उपयोगिता बढ़ाने को लेकर प्रयास कर रही है. अब गौतम अडानी के इस कारोबार में कदम रखने के बाद इस सेक्टर में तेजी आ सकती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2022 10:22 AM

नई दिल्ली : अभी हाल ही के दिनों में सीमेंट कारोबार में कदम रखने वाले भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में शुमार गौतम अडानी ने एक नए सेक्टर में कदम रखा है. उन्होंने अब अपने नए कारोबार के तहत एग्रीकल्चरल ड्रोन बनाने का फैसला किया है. इसके लिए उन्होंने स्टार्टअप कंपनी जनरल एयरोनॉटिक्स के साथ समझौता किया है. बताया जा रहा है कि गौतम अडानी जनरल एयरोनॉटिक्स की 50 फीसदी हिस्सेदारी की खरीद करेंगे. हालांकि, यह सौदा कितने में हुआ है, इस बात की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है.

केंद्र ने बनाई उदार ड्रोन नीति

आज के जमाने में ड्रोन के इस्तेमाल और उसकी उपयोगिता को लेकर केंद्र की मोदी सरकार काफी उत्साहित नजर आ रही है. इतना ही नहीं, केंद्र सरकार ने ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए जुलाई 2021 को नई ड्रोन नीति बनाई है. उसके बाद से लगातार सरकार ड्रोन की उपयोगिता बढ़ाने को लेकर प्रयास कर रही है. अब गौतम अडानी के इस कारोबार में कदम रखने के बाद इस सेक्टर में तेजी आ सकती है.

31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा सौदा

बता दें कि स्टार्टअप कंपनी जनरल एयरोनॉटिक्स घरेलू स्तर पर फसलों की सुरक्षा और उनकी देखभाल के लिए व्यावसायिक रोबोटिक ड्रोन और ड्रोन आधारित हल का निर्माण करती है. 27 मई 2022 को जनरल एयरोनॉटिक्स ने शेयर बाजार को दी गई जानकारी में इस बात का ऐलान किया कि अडानी डिफेंस सिस्टम अपने मिलिटरी ड्रोन, एआई और एमएल क्षमता के साथ एग्रीकल्चरल ड्रोन बनाने के लिए समझौता किया है. कंपनी ने बताया कि यह सौदा 31 जुलाई 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा.

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भारत में कौन-कौन कंपनियां बनाती हैं ड्रोन

गौरतलब है कि भारत में पांच कंपनियां ड्रोन का निर्माण करती हैं. इन कंपनियों में जेन टेक, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतन इंडिया एंटरप्राइजेज शामिल हैं. बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि जुलाई 2021 में केंद्र सरकार की ओर से उदार ड्रोन पॉलिसी आने के बाद भारतीय ड्रोन बाजार में तेजी से विकास हो रहा है. यही वजह है कि ड्रोन रक्षा क्षेत्र से बाहर निकलकर कृषि और अन्य क्षेत्रों में भी इस्तेमाल किया जाने लगा है. उनका कहना है कि इस सेक्टर में गौतम अडानी के कदम रखने के बाद निवेशकों के पोर्टफोलियो में ड्रोन बनाने वाली कंपनियों के शेयरों की अहमियत बढ़ जाएगी.

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