संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था 2020 में करीब एक प्रतिशत तक घट सकती है, जबकि पहले इसमें 2.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान था. इसके साथ ही संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि पर्याप्त वित्तीय राहत का इंतजाम किये बिना आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिबंध बढ़ाया जाता है, तो ये गिरावट और अधिक हो सकती है. संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग (डीइएसए) के एक विश्लेषण में कहा गया है कि कोरोना वायरस महामारी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को बाधित कर रही है.
पिछले महीने के दौरान लगभग 100 देशों के राष्ट्रीय सीमाओं को बंद करने से लोगों की आवाजाही और पर्यटन में एक डरावना ठहराव आ गया है. डीइएसए ने कहा, इन देशों में लाखों श्रमिकों को अपनी नौकरी खोने की आशंका का सामना करना पड़ रहा है. सरकारें अपनी अर्थव्यवस्थाओं को मंदी में जाने से रोकने के लिए बड़े प्रोत्साहन पैकेजों पर विचार कर रही हैं. सबसे खराब स्थिति में वैश्विक अर्थव्यवस्था 2020 में 0.9 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज कर सकती है.
हालात संभले तो 1.2% की तेजी संभव : इसके साथ ही डीइएसए ने अगर हालात संभल गये तो भी इस साल वैश्विक अर्थव्यवस्था 1.2 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज कर सकती है. लेकिन ऐसा तभी होगा जबकि निजी खपत में मामूली गिरावट हो और निवेश, निर्यात तथा सरकारी खर्च में वृद्धि हो. संस्था ने कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 2009 में 1.7 प्रतिशत घटी थी. डीईएसए ने कहा है कि यदि सरकारों आम लोगों को आर्थिक सहायता और उपभोक्ता खर्च बढ़ाने में मदद करने में विफल रही तो ये नुकसान और भी अधिक हो सकता है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.