Go First Crisis: एयरलाइंस कंपनी गो फर्स्ट एयरलाइन दिवालिया होने के कगार पर है. कंपनी ने 3 से 5 मई 2023 तक के लिए अपनी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है. जिससे यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है. एयरपोर्ट पर गो फर्स्ट के यात्री बेहाल दिखे. इधर, कंपनी ने एनसीएलटी (NCLT) में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग के लिए आवेदन दिया है.
कंपनी ने कहा है कि उसके पास तेल कंपनियों का बकाया चुकाने तक का पैसा नहीं है. इसके बाद एयरलाइंस ने अस्थाई तौर पर 3, 4 और 5 मई 2023 के लिए अपनी सभी उड़ानों को रद्द करने का फैसला किया है. विमान इंजन की आपूर्ति में आ रही बाधा के चलते एयरलाइंस अपने पूरे विमानों का संचालन नहीं कर पाया है. पर्याप्त विमान नहीं होने से एविएशन सेक्टर की कमाई तेजी से घटी है. जिसका असर सीधे तौर पर एयरलाइंस के फंड पर पड़ा है.
विमान सेवा रोकने पर DGCA ने गो फर्स्ट को नोटिस भेजा है और 24 घंटे के भीतर एयरलाइन कंपनी से जवाब मांगा है. वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि एयरलाइन को बचाने की कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि गो फर्स्ट इंजन आपूर्ति से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रही है. इस मामले में सरकार हरसंभव तरीके से एयरलाइन की मदद करती रही है. वहीं, गो फर्स्ट ने कहा कि अगर पीएंडडब्ल्यू इंजन सप्लाई को पूरा करती है तो एयरलाइन फिर से अगस्त-सितंबर 2023 अपने पूरे परिचालन से साथ लौट जाएगी.
इन सबके बीच, मौके का सही फायदा उठाते हुए एयरलाइंस कंपनी SpiceJet ने बड़ा फैसला किया है. स्पाइसजेट ने अपने 25 विमानों को फिर से शुरू करने का फैसला किया है. स्पाइस जेट ने गो फर्स्ट की विमान सेवा बाधित होने की खबरों के बीच ये बड़ा फैसला किया है. जानकारी के मुताबिक, एयरलाइन कंपनी स्पाइसजेट ने 25 ग्राउंडेड विमानों को फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है. स्पाइसजेट के ये विमान आउट ऑफ सर्विस प्लेन्स हैं. बताया जा रहा है कि सरकार की मदद से स्पाइसजेट अपनी खड़े विमानों को फिर से आसमान में उड़ाने की तैयारी कर रहा है. इन बंद बड़े विमानों को फिर से शुरू करने से एयरलाइन के राजस्व को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
नकदी संकट से जूझ रही एयरलाइंस ने अमेरिकी इंजन कंपनी को इसके लिए दोषी बताया है. एयरलाइन ने कहा कि उनके बेड़े के 50 प्रतिशत विमानों का परिचालन ठप रहा, क्योंकि उन्हें अमेरिकी फर्म प्रैट एंड व्हिटनी से आर्डर के मुताबिक इंजन नहीं मिले. एयरलाइन कंपनी ने इंजनों की आपूर्ति में बाधा और विफल हो रहे इंजनों को कारण बताया. गो फर्स्ट एयरलाइन ने कहा कि अमेरिका की पीएंडडब्ल्यू इंटरनेशनल एयरो इंजन की आपूर्तियों में लगातार दिक्कतें आती रही. एयरलाइन ने कहा कि इंजन कंपनी पीएंडडब्ल्यू को 27 अप्रैल, 2023 तक कम से कम 10 स्पेयर लीज्ड इंजन और 10 और इंजन देने को कहा गया, लेकिन पीएंडडब्ल्यू ने आदेश का पालन नहीं किया. जिसका असर उसकी कमाई पर पड़ा है.
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