Go First के लिए घाटा बनी मुसीबत, एयरलाइंस ने 3 और 4 मई को रद्द की अपनी उड़ानें
Go First एयरलाइन ने 3 और 4 मई को अपनी उड़ानों को कैंसल कर दिया है. पेट्रोलियम कंपनियों का बकाया ना चुका पाने के कारण कंपनी ने यह निर्णय लिया है. एयरलाइन गंभीर कैश क्रंच झेल रही है.
Go First Suspend Flights: गो फर्स्ट एयरलाइन ने 3 और 4 मई को अपनी उड़ानों को कैंसल कर दिया है. ऐसे में जिन यात्रियों ने गो फर्स्ट एयरलाइंस में टिकट बुक कराया हुआ है, उन्हें भारी दिक्तों का सामना करना पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पेट्रोलियम कंपनियों का बकाया ना चुका पाने के कारण कंपनी ने यह निर्णय लिया है. एयरलाइन गंभीर कैश क्रंच झेल रही है.
इंवेस्टर की तलाश में जुटी गो फर्स्ट एयरलाइन
इसके अलावा, कंपनी को बार-बार होने वाले इश्यू और प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों की सप्लाई होने की वजह से आधे से ज्यादा विमानों को ग्राउंडिड करना पड़ा है. यह इंजन एयरबस ए320 नियो एयरक्राफ्ट को पॉवर सप्लाई करते हैं. वाडिया ग्रुप की यह एयरलाइन स्ट्रैटिजिक इंवेस्टर की तलाश कर रही है और संभावित निवेशकों से बात कर रही है.
कैश एंड कैरी मोड पर है एयरलाइन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ऑयल मार्केटिंग कंपनी के एक अधिकारी की मानें तो एयरलाइन कैश एंड कैरी मोड पर है. ऐसे में इसे ऑपरेट करने वाली उड़ानों की संख्या के लिए दैनिक भुगतान करना होगा. इस बात पर सहमति बनी है कि अगर भुगतान नहीं होता है तो वेंडर कारोबार बंद कर सकता है. स्पष्ट है कि भी उसी ट्रैक की ओर जा रही है जो कभी किंगफिशर गई थी. गो फर्स्ट की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
गो फर्स्ट के बेड़े में कुल 61 विमान
सामने आ जानकारी के अनुसार, गो फर्स्ट के पास 31 मार्च तक 30 प्लेन ग्राउंडिड थे, जिनमें नौ विमान पर लीज पेमेंट बकाया है. एयरलाइन की वेबसाइट के अनुसार, गो फर्स्ट के बेड़े में कुल 61 विमान हैं, जिनमें से 56 ए320 नियो और 5 प्लेन ए320सीईओ शामिल हैं. इससे पहले जुलाई 2022 से, जब उसे पहली बार अपना विमान खड़ा करना पड़ा, तब से गो फर्स्ट की बाजार हिस्सेदारी कम हो गई है. मई 2022 में 1.27 मिलियन यात्रियों को ले जाने के दौरान 11.1 फीसदी के हाई से फरवरी में 963,000 पैसेंजर्स को ले जाने वाली बाजार हिस्सेदारी 8 फीसदी तक सीमित हो गई. यात्रियों की संख्या में गिरावट ने गो फर्स्ट की वित्तीय स्थिति को प्रभावित किया है.
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