नयी दिल्ली : देश में कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रसार के मद्देनजर मंगलवार की आधी रात से संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के बाद निजी विमानन कंपनी गोएयर ने मार्च के वेतन में कटौती करने की बात कही है. हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की विभिन्न कंपनियों और उद्यमियों से किसी भी स्थायी, अस्थायी, दैनिक मजदूर, ठेका मजदूरों के वेतन में कटौती नहीं करने की अपील लगातार कर रहे हैं. गोएयर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने विमानन क्षेत्र के राजस्व पर भारी असर डाला है और इसलिए गोएयर के सभी कर्मचारियों के मार्च के वेतन में कटौती की जाएगी.
उन्होंने कहा कि गोएयर ने पहले ही लागत में कटौती के कुछ उपाय किये हैं. इन उपायों में पायलटों की छुट्टी करना, कर्मचारियों को क्रमिक रूप से अवैतनिक अवकाश पर जाने के लिए कहना और शीर्ष नेतृत्व के वेतन में 50 प्रतिशत तक कटौती का फैसला शामिल है. दूबे ने कर्मचारियों से एक आधिकारिक संदेश में कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में हमारे पास इसके सिवा कोई विकल्प नहीं बचा है कि मार्च महीने के लिए हम सभी के वेतन में कटौती करेंगे. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सबसे कम वेतनमान को सबसे कम नुकसान हो.
भारत ने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले इंडिगो के सीईओ रंजय दत्ता ने पिछले हफ्ते कहा था कि कंपनी के वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में 25 फीसदी तक की कटौती होगी. एयर इंडिया ने भी कर्मचारियों के भत्तों में कमी करने का ऐलान किया है.
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