Lockdown में भी सोना और चांदी की कीमतों में चमक बरकार, डिमांड और इंपोर्ट में आयी भारी गिरावट
कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए बीते 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के दौरान देश के वायदा बाजारों में सोना और चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार है.
नयी दिल्ली : कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए बीते 25 मार्च से लागू लॉकडाउन के दौरान देश के वायदा बाजारों में सोना और चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बरकरार है. हालांकि, इस दौरान मांग में कमी आने की वजह से सोना के आयात में करीब 73 फीसदी तक भारी गिरावट दर्ज की गयी है.
इसे भी पढ़ें : Coronavirus Lockdown : गोल्ड प्राइस में जबरदस्त उछाल आने की संभावना, अक्षय तृतीया को ज्वेलरी बाजार में दिखेगी रौनक
सोने की खुदरा बिक्री में भी आयी गिरावट : कारोबारियों के मुताबिक, पूरे देश में फिलहाल 14 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा. इस वजह से सोना की खुदरा बिक्री में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. बता दें कि दुनियाभर में भारत सोना का दूसरा सबसे बड़ा आयातक देश है. जानकारी के मुताबिक, मार्च महीने के दौरान भारत में केवल 25 टन सोना ही आयात किया गया. पिछले साल की सामान अवधि में यह 93.25 टन था.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना-चांदी की कीमतों में रही तेजी : सोमवार को वैश्विक बाजार में सोना और चांदी, दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में तेजी देखने को मिली. कोरोना वायरस की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था में मंदी का डर सता रहा है. यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना की मांग में तेजी देखने को मिल रही है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1 फीसदी तक चढ़ी सोना की कीमत : सोमवार को सोना का हाजिर का भाव 1 फीसदी चढ़कर 1634,95 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच गया है. सोना के अलावा, प्लेटिनम और चांदी जैसे अन्य कीमती धातुओं के भाव में भी तेजी देखने को मिल रही है. सोमवार को चांदी का भाव 1 फीसदी बढ़कर 14.54 डॉलर प्रति आउंस पर पहुंच गया है. भारत में शुक्रवार को वायदा बाजार में सोने का भाव 1.1 फीसदी चढ़ा था, जिसके बाद यह 43,720 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. सोमवार को महावीर जयंती की वजह से कमोडिटी बाजार बंद है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.