पटना : कोरोना महामारी को रोकने के लिए देश में 21 दिन का लॉकडाउन है और देश भर के सभी सर्राफा बाजार बंद है. इस लॉकडाउन के कारण देश के सर्राफा बाजार पर भी असर पड़ रहा है. पिछले 15 दिनों में सोने व चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट आई है. जानकारों के मुताबिक इस वर्ष सोने की मांग में 30 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा सकती है.
गौरतलब है कि सोने और चांदी के किमतों में गिरावट से देश की GDP जीडीपी भी सीधे तौर पर प्रभावित होगा, क्योंकि लॉकडाउन के चलते सराफा जगत पूरी तरह से ठप हो गया है. कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते शादियां फिलाहल बंद हो गईं हैं और उनमें होने वाली खरीदारी भी बंद ही हो गई है. वहीं इंडियन चैंबर आफ कॉमर्स के अनुसार सोने व चांदी का कारोबार वैवाहिक आयोजनों पर अधिक निर्भर होता है और इनके रूकने इस साल सोने वा चांदी के जेवरातों की मांग पर बुरा असर पड़ सकता है.
बता दें कि कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ने से पहले ही बाजार में हड़कंप मत गया था, जिसका असर कीमतों पर देखने को मिला था. इंडियन चैंबर आफ कॉमर्स के अनुसार इस संकट का बाजार में रोजगार एवं कमाई पर काफी बुरा असर पड़ सकता है. गौरतलब है कि लॉकडाउन के पहले ही सराफा बाजार पर नकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा था, लॉकडाउन के बाद तो आभूषण इंडस्ट्री की भी हालत बिगड़ गई है. संस्थानों व फर्म संचालकों के साथ ही कारीगरों पर भी असर हुआ है. रोज कमाने व खाने वाले श्रमिकों के सामने सबसे बड़ा संकट आ गया है. इस उद्योग में करीब 50 लाख लोग काम करते हैं, जो प्रभावित हुए हैं.
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