Gold-Silver Rate Today: नवरात्रि में सोना खरीदना शुभ, एक सप्ताह में 62 हजार के पार जाएगा रेट..
Gold-Silver Price Today: नवरात्र में सोने की कीमतों में तेजी जारी है. विशेषज्ञों की माने तो सोने की कीमत अगले एक सप्ताह में दिवाली-धनतेरस के पहले 62 हजार के पार जा सकती है.
Gold-Silver Price Today: नवरात्र में सोने की कीमतों में तेजी जारी है. विशेषज्ञों की माने तो सोने की कीमत अगले एक सप्ताह में दिवाली-धनतेरस के पहले 62 हजार के पार जा सकती है. गुडरिटर्न्स वेबसाइट के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 10 रुपये उछल गई. दस ग्राम सोना 60,500 रुपये में बिका. वहीं, चांदी की कीमत अपरिवर्तित रही, एक किलोग्राम कीमती धातु 74,600 रुपये पर बिकी. 22 कैरेट सोने की कीमत में भी 10 रुपये की बढ़ोतरी हुई. इसके बाद, 22 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 55,460 रुपये हो गयी. आज मुंबई में दस ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत कोलकाता और हैदराबाद की कीमतों के बराबर 60,500 रुपये है. जबकि, दिल्ली में दस ग्राम 24 कैरेट सोने की 60,650 रुपये, बेंगलुरु में 60,500 रुपये और चेन्नई में 60,720 रुपये है. वहीं, मुंबई में दस ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत कोलकाता और हैदराबाद के बराबर 55,460 रुपये है. जबकि, दिल्ली में दस ग्राम 22 कैरेट सोना 55,610 रुपये, , बेंगलुरु में 55,460 रुपये और चेन्नई में 55,660 रुपये पर बिक रहा है.
पंचमी से विजयदशमी तक खरीदारी का विशेष महत्व
भारत में नवरात्रि का वर्ष 15 अक्टूबर से शुरू हो गया है. आज पंचमी के अवसर पर स्कंदमाता की पूजा की जा रही है. स्कंदमाता को भगवान कार्तिकेय की माता के रुप में पूजा जाता है. जबकि, सोने को भारत में लक्ष्मी के रूप में देखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि आज से लेकर विजयदशमी तक सोने की खरीदारी करना विशेष शुभ माना जाता है. नवंबर के मध्यम से शादी का सीजन भी शुरू होने वाला है. नवरात्र में ज्यादातर ऐसे लोग सोने चांदी की खरीदारी करते हैं जिनके घरों में नवंबर-दिसंबर या जनवरी-फरवरी में शादी हो. जानकारों की मानें तो दिवाली तक इजरायल-हमास युद्ध और भी गहरा जाएगा. इससे सोने को सुरक्षित निवेश समझने वाले निवेशक खुलकर इसमें पैसा लगाएंगे. ऐसे में सोने की कीमत एक बार फिर से 62 हजार के पार जा सकती है.
अमेरिकी बाजार में भी सोने की कीमत में आयी तेजी
अमेरिकी सोने की कीमतें गुरुवार को बढ़कर 2-1/2 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, क्योंकि मध्य पूर्व में बढ़ती उथल-पुथल ने सुरक्षित-संपत्ति के रुप में सोने की मांग बढ़ा दी. जबकि निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के दिन के अंत में होने वाले भाषण का इंतजार कर रहे थे. मंगलवार को 1 अगस्त के बाद के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद, हाजिर सोना 0127 जीएमटी पर 0.2 प्रतिशत बढ़कर 1,950.83 डॉलर प्रति औंस हो गया. अमेरिकी सोना वायदा 0.3 प्रतिशत गिरकर 1,962.90 डॉलर पर आ गया. हाजिर चांदी 22.86 डॉलर पर स्थिर थी, प्लैटिनम 0.3 फीसदी फिसलकर 883.07 डॉलर और पैलेडियम 0.2 फीसदी गिरकर 1,126.86 डॉलर पर आ गया. दिल्ली और मुंबई में एक किलोग्राम चांदी फिलहाल 74,600 रुपये पर कारोबार कर रही है. चेन्नई में एक किलोग्राम चांदी 78,000 रुपये पर कारोबार कर रही है.
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मजबूत हाजिर मांग से सोना-चांदी की वायदा कीमतों में आयी थी तेजी
मजबूत हाजिर मांग के बीच सटोरियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से वायदा कारोबार में बुधवार को सोने-चांदी की कीमत में बढ़ोत्तरी हुई. सोने की कीमत 401 रुपये की तेजी के साथ 59,619 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर माह में आपूर्ति वाले अनुबंध का भाव 401 रुपये यानी 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 59,619 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. इसमें 13,849 लॉट का कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से सोना वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.79 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,950.90 डॉलर प्रति औंस हो गया. वहीं, चांदी की कीमत 483 रुपये की तेजी के साथ 72,050 रुपये प्रति किग्रा हो गया. मल्टी कमोडिटी एक्स्चेंज में चांदी के दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 483 रुपये यानी 0.67 प्रतिशत की तेजी के साथ 72,050 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. इसमें 19,141 लॉट का कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू बाजार में मजबूती के रुख के कारण कारोबारियों की ताजा लिवाली से चांदी वायदा कीमतों में तेजी आई. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.85 प्रतिशत की तेजी के साथ 23.22 डॉलर प्रति औंस हो गयी.
कैसे पहचानें सोने की शुद्धता
सोने की शुद्धता का पता कैरेट के आधार पर लगाया जा सकता है. सरकार के द्वारा सोने की शुद्धता नापने के लिए BIS हॉलमार्क शुरू किया गया है. इसमें ज्यादा कैरेट का अर्थ है, ज्यादा शुद्ध सोना. सोने को 24K, 22K और 18K कैरेट में बांटा गया है. सबसे शुद्ध 24K सोना माना जाता है. इसमें किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती है. 22K सोने में दो भाग चांदी, जस्ता, निकल जैसी धातुएं होती हैं, बाकी भाग सोना होता है. ज्यादातर गहनों का निर्माण 22k गोल्ड में ही किया जाता है. वहीं, 18K सोने में 75 फीसदी हिस्सा सोना होता है. बाकी का 25 प्रतिशत हिस्सा दूसरी धातुओं का होता है.
सोने की शुद्धता कैसे जांचे
सोने की शुद्धता की जांच करने के लिए सोने के ज्वेलरी पर कराट मान दिखाता है, जो उसके पुरितत्व को दर्शाता है. 24 कैरट सोना पूरी तरह से शुद्ध है. कम कराट के सोने में अन्य धातुओं का मिश्रण हो सकता है. साथ ही, सोने की प्रतिस्थानकता मान दर्शक (Specific Gravity Tester) का उपयोग करके किया जा सकता है. यह उपकरण सोने के वजन और आपके द्वारा प्रदान किए गए वजन के बीच का अनुपात मापता है, जिससे आप पुरितत्व की जांच कर सकते हैं. अधिकांश देशों में, सोने की जेवलरी पर एक स्टैम्प होता है जिससे आप उसके कैरेट और पुरितत्व की जांच कर सकते हैं. इसके साथ ही, आप विशेष सोने की परीक्षण की किट खरीद सकते हैं, जिसमें रहित-सोने की पहचान के लिए विभिन्न परीक्षण उपकरण शामिल होते हैं. यदि आप सोने की शुद्धता में संदेह करते हैं, तो आप किसी स्थानीय सोने के निगम या प्रमाणित जेवलर से सलाह ले सकते हैं.
भारत में सोने की कीमत कैसे तय होती है
भारत में सोने की कीमत को तय करने के लिए कई कारकों का प्रभाव होता है. यहां कुछ महत्वपूर्ण कारक हैं जो सोने की कीमत को प्रभावित कर सकते हैं:
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अंतरराष्ट्रीय बाजार दरें: भारत में सोने की मुख्यतः आयात वाणिज्यिक बाजारों जैसे कि लंदन, न्यूयॉर्क, और चीन की बाजार दरों पर निर्भर करती है. इन बाजारों में हो रहे गतिविधियों के आधार पर विश्वासी निवेशक सोने की कीमत में उत्पन्न बदलावों का अनुमान लगाते हैं.
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USD/INR दर: सोने की कीमत को भारतीय रुपया में निर्धारित करने के लिए भारत में डॉलर की मूल्यांकन भी महत्वपूर्ण फैक्टर है. जब डॉलर की मूल्यांकन बदलता है, तो सोने की कीमत भारत में प्रभावित हो सकती है.
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सोने की आपूर्ति: विभिन्न सोने के खातों, ज्वैलरी, और बाजारों की आपूर्ति भी सोने की मूल्य पर प्रभाव डाल सकती है.
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सोने की मांग: उपयोगिता, ज्वैलरी, विनिर्माण उद्योग और विभिन्न उद्योगों में सोने की मांग भी उसकी कीमतों को प्रभावित कर सकती है.
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रिजर्व बैंक की नीतियां: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और सरकार द्वारा लिया जाता है. यह बैंक की नीतियों के आधार पर सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकता है.
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विदेशी घटक: विश्व भर में घटक जैसे कि अर्थव्यवस्थाएं, सामर्थ्य, राजनीति, और विदेशी विनिवेशों की स्थिति भी सोने की मूल्यों को प्रभावित कर सकती हैं.