Gold Bond/Gold rate : रिजर्व बैंक (RBI) ने सोमवार को वित्त वर्ष 2020-21 (FY2020-21) सरकारी गोल्ड बॉन्ड (Sarkari Gold Bond) यानी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को बिक्री के लिए जारी कर दिया है. इस बॉन्ड की चौथी सीरीज (4th series) का सब्सक्रिप्शन (Subscription) आगामी 10 जुलाई तक खरीदा सकता है. सरकार की ओर से इस चौथी सीरीज के लिए इश्यू प्राइस (Issue price) 4,852 रुपये प्रति ग्राम या फिर 48,520 रुपये 10 ग्राम निर्धारित किया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि अगर कोई निवेशक ऑनलाइन (Online subscription) इस गोल्ड बॉन्ड की खरीद करता है, प्रत्येक 1 ग्राम पर उसे 50 रुपये की छूट (Discount) का भी फायदा मिल सकेगा. जो निवेशक (Investors) ऑनलाइन इस बॉन्ड की खरीद करेगा, उसे एक ग्राम सोना के लिए इश्यू प्राइस के तौर पर 4,802 रुपये का भुगतान करना होगा. वहीं, जो लोग 10 ग्राम सोना की खरीद करेंगे, उन्हें 48,520 की बजाए 48,020 रुपये का ही भुगतान करना होगा. 10 ग्राम सोना खरीदने वाले को 500 रुपये की छूट का लाभ मिलेगा.
सरकारी गोल्ड बॉन्ड खरीदना क्यों है फायदेमंद : सरकार की ओर से जारी किए जाने वाले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश करना पूरी तरह से सुरक्षित और खरा है. आम तौर पर आदमी सोने की खरीद कर घर में रखता है, तो उसे चोरी हो जाने या फिर उसके खो जाने का डर अधिक रहता है, लेकिन जब आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के जरिए सोने की खरीद करते हैं, तो आपको उसे सुरक्षित रखने का खतरा नहीं सताता और न ही उसके लिए लॉकर लेने की भारी-भरकम फीस ही चुकानी पड़ती है. इसके साथ ही, जब आप बाजार की किसी दुकान से सोने की खरीद करते हैं, तो आपको उसकी कीमत के अलावा मेकिंग चार्ज, खरीद पर तीन फीसदी जीएसटी और फिर मेकिंग चार्ज पर 5 फीसदी जीएसटी का भी भुगतान करना पड़ता है. इससे सोने की कीमत काफी बढ़ जाती है. सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश परकोई जीएसटी नहीं लगता है. यह चूंकि बांड है, इसलिए इस पर आपको किसी प्रकार के कोई मेकिंग चार्ज भी भुगतान नहीं करना पड़ता.
शुद्धता और सुरक्षा को लेकर भी नहीं रहेगा संशय : जब आप सोने की सिल्ली या सोने का आभूषण खरीदते हैं, तो आपको उसकी शुद्धता को लेकर संदेह हो सकता है. साथ ही, उसे रखना भी सुरक्षित नहीं होता है, लेकिन सॉवरेन गोल्ड बांड में शुद्धता की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के मुताबिक, गोल्ड बांड की कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) की ओर से प्रकाशित 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने की कीमत से लिंक होती है. इसके साथ ही, इसे डीमैट रूप में रखा जा सकता है, जो काफी सुरक्षित है और उस पर कोई खर्च भी नहीं होता है.
हर साल 2.50 फीसदी मिलता है ब्याज : सॉवरेन गोल्ड बांड में इश्यू प्राइस पर हर साल 2.50 फीसदी का निश्चित ब्याज मिलता है. यह पैसा हर 6 महीने में ऑटोमेटिक आपके खाते में पहुंच जाता है. गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ पर आपको इस तरह का फायदा नहीं मिलता. एनएसई के वेबइसाट पर दी गयी जानकारी के अनुसार, सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश का एक फायदा यह भी है कि 8 साल के मैच्यूरिटी डेट के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता है. इसके साथ ही, हर 6 महीने पर मिलने वाले ब्याज पर कोई टीडीएस भी नहीं लगता.
बॉन्ड में 1 ग्राम से 4 किलो तक कर सकते हैं सोने की खरीद : सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के तहत कोई भी आदमी एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और अधिक से अधिक 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है. हालांकि, किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलोग्राम है. कोई भी व्यक्ति एक वित्त वर्ष में 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है. बॉन्ड का मेच्यूरिटी डेट 8 साल का है, लेकिन निवेशकों को 5 साल के बाद बाहर निकलने का मौका मिलता है.
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Posted By : Vishwat Sen
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