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कोरोना महामारी में Luxury Homes पर हावी हो गया सोना, Gold में सुरक्षित निवेश कर रहे दुनियाभर के अमीर, जानिए क्यों…?

भारत समेत पूरी दुनिया भर के अमीर फिलहाल कोरोना महामारी जैसे दौर में लक्जरी घर खरीदने में रुचि कम ही दिखा रहे हैं. इसकी बजाए वे सोना में निवेश करना बेहतर समझ रहे हैं. इसका कारण यह है कि कोरोना वायरस महमारी की वजह से वैश्विक बाजारों में अनश्चितता बरकरार है. इसलिए दुनियाभर के ज्यादातर अमीर लोग सोना में सुरक्षित निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल का कहना है, ‘कोरोना वायरस महामारी की वजह से वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता है. दुनिया के अमीर लोग महंगी खरीद को अभी टाल रहे हैं. वे इसके बजाय सोने जैसी संपत्तियों में निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं.'

By Agency | August 17, 2020 3:56 PM

नयी दिल्ली : भारत समेत पूरी दुनिया भर के अमीर फिलहाल कोरोना महामारी जैसे दौर में लक्जरी घर खरीदने में रुचि कम ही दिखा रहे हैं. इसकी बजाए वे सोना में निवेश करना बेहतर समझ रहे हैं. इसका कारण यह है कि कोरोना वायरस महमारी की वजह से वैश्विक बाजारों में अनश्चितता बरकरार है. इसलिए दुनियाभर के ज्यादातर अमीर लोग सोना में सुरक्षित निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल का कहना है, ‘कोरोना वायरस महामारी की वजह से वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता है. दुनिया के अमीर लोग महंगी खरीद को अभी टाल रहे हैं. वे इसके बजाय सोने जैसी संपत्तियों में निवेश करने को प्राथमिकता दे रहे हैं.’

दरअसल, नाइट फ्रैंक नामक कंपनी ने ‘प्रमुख वैश्विक शहर सूचकांक दूसरी तिमाही-2020′ सूची जारी की है, जिसमें दुनियाभर के प्रमुख शहरों में लक्जरी घरों की कीमतों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गयी है. नाइट फ्रैंक की इसी रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में लक्जरी आवासीय संपत्तियों की कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि के मामले में भारतीय शहर बेंगलुरु 26वें और दिल्ली 27वें स्थान पर हैं. इस सूची में फिलिपीन की राजधानी मनीला पहले नंबर पर है.

नाइट फ्रैंक की ‘प्रमुख वैश्विक शहर सूचकांक दूसरी तिमाही-2020′ रिपोर्ट के अनुसार, सूची में मुंबई को 32वां स्थान हासिल हुआ है. पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में बेंगलुरु और मुंबई एक-एक पायदान चढ़े हैं, जबकि दिल्ली ने पांच स्थानों की छलांग लगायी है.

रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून की तिमाही में पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की तुलना में बेंगलुरु में लक्जरी आवासीय संपत्तियों का पूंजीगत मूल्य 0.6 फीसदी और दिल्ली में 0.3 फीसदी बढ़ा. मुंबई में इसमें 0.6 फीसदी की गिरावट आयी. नाइट फ्रैंक ने कहा कि सालाना आधार पर कीमतों में वृद्धि के लिहाज से बेंगलुरु 26वें स्थान पर है.

रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी तिमाही में बेंगलुरु में लक्जरी घरों की कीमत 0.60 फीसदी बढ़कर 19,727 रुपये प्रति वर्ग फुट रहीं. दिल्ली इस सूची में 27वें स्थान पर है. यहां सालाना आधार पर औसत कीमतें 0.30 फीसदी बढ़कर 33,625 रुपये प्रति वर्ग फुट रहीं. रिपोर्ट में कहा गया है कि दूसरी तिमाही में मुंबई में कीमतें 0.60 फीसदी घटकर औसतन 64,388 रुपये प्रति वर्ग फुट रहीं. मुंबई सूची में 32वें स्थान पर है.

रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 45 शहरों में लक्जरी आवासीय संपत्तियों के दाम औसतन 0.9 फीसदी बढ़े हैं. यह पिछले 11 साल में सबसे निचली सालाना वृद्धि है. इस सूची में फिलिपीन की राजधानी मनीला पहले स्थान पर है. मनीला में जून, 2020 तक सालाना आधार पर लक्जरी घरों के दाम 14.4 फीसदी बढ़े. उसके बाद जापान के टोक्यो (8.60 फीसदी) तथा स्वीडन के स्टॉकहोम (4.40 फीसदी) का नंबर आता है. थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है. वहां सालाना आधार पर लक्जरी आवासीय संपत्तियों की कीमतों में 5.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी.

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Posted By : Vishwat Sen

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