Bank Loan: पर्सनल और गोल्ड में से कौन-सा लोन आपके लिए बेहतर है? जानिए कैसे आसानी से होगा काम

Bank Loan: कोई भी बैंक आपके क्रेडिट स्कोर (CIBIL SCORE) के आधार पर ही लोन देता है. इसलिए आपके सिबिल का अच्छा होना बहुत जरूरी है. अगर आपने पहले कोई लोन नहीं लिया है तो बैंक आपके लेन-देन की हिस्ट्री के आधार पर आपको लोन देती है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2023 3:16 PM

Bank Loan: कई बार हम वित्तीय परेशानी में फंस जाते हैं. ऐसे में बैंक से लोन लेने के अलावा हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचता. बैंकों की तरफ से हमें कई तरह के लोन ऑफर किये जाते हैं. बैंक के मैनेजर हमारी जरूरत, रकम और एजिबिलिटी के अनुसार लोन सजेस्ट करते हैं. कई बार हमें बैंक की तरफ से पर्सनल लोन या गोल्ड लोन लेने का ऑफर दिया जाता है. ऐसे में सोचने की बात ये है कि हमें लिए कौन का विकल्प ठीक रहेगा. उससे पहले ये बात भी जान लेना काफी जरूरी है कि कोई भी बैंक आपके क्रेडिट स्कोर (CIBIL SCORE) के आधार पर ही लोन देता है. इसलिए आपके सिबिल का अच्छा होना बहुत जरूरी है. अगर आपने पहले कोई लोन नहीं लिया है तो बैंक आपके लेन-देन की हिस्ट्री के आधार पर आपको लोन देती है.

पर्सनल लोन क्या है

पर्सनल लोन (Personal Loan) एक प्रकार का ऋण होता है जिसे व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए उधार लिया जाता है. यह लोन बिना किसी सुरक्षा या गारंटी के प्रदान किए जाता है. जिसे व्यक्ति के व्यक्तिगत उद्देश्यों को पूरा करने के लिए उधार लिया जाता है. यह विवाह, शिक्षा, ट्रैवल, विदेश शिक्षा, मेडिकल खर्च, वाहन खरीद, आदि के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह व्यक्ति के क्रेडिट रेकॉर्ड, वेतन और कर्जदार योग्यता के आधार पर दिया जाता है. पर्सनल लोन की समय सीमा ध्यान देने योग्य होती है, जिसमें आम तौर पर लोन का अवधि कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक होती है. इस लोन के ब्याज दर आमतौर पर अन्य लोन से थोड़ा अधिक होती है. ब्याज दर आपके क्रेडिट स्कोर, बैंक और आपके आर्थिक स्थिति पर निर्भर कर सकती है. लोन की मान्यता पर आपको एक निश्चित राशि उधार दी जाती है जिसे आप विशेष अवधि में चुकता करना होता है.

Also Read: Business News in Hindi Live: महाराष्ट्र सरकार उद्योगपति रत्न टाटा को देगी ‘उद्योग रत्न’ पुरस्कार

गोल्ड लोन क्या होता है

गोल्ड लोन (Gold Loan) ऐसा ऋण है जिसमें व्यक्ति अपने सोने या चांदी के आभूषणों को गारंटी के रूप में देकर उधार लेता है. यह एक सुरक्षित और आसान तरीका है ऋण प्राप्त करने का, क्योंकि इसमें कोई क्रेडिट चेक या कॉलेटरल नहीं होता है. गोल्ड लोन के तहत, ऋण दायित्वपूर्ण रूप से सोने या चांदी के आभूषणों की मूल्य का एक हिस्सा लोन राशि के रूप में उधार दिया जाता है. इसमें लोन लेने वाले के आभुषणों के मुल्य के अनुसार लोन दिया जाता है. गोल्ड लोन की अवधि आम तौर पर अधिकतम एक साल तक की होती है. यह छोटी अवधि का ऋण होता है और आप इसे अवधि के अंत तक चुकता कर सकते हैं. इसमें ब्याज दर आम तौर पर पहले लीन रेट के कुछ प्रतिशत कम होती है. ब्याज दर आपके ऋण के अवधि और बैंक के नियमों के आधार पर विभिन्न हो सकती है. गोल्ड लोन में प्रोसेसिंग फीस आपके द्वारा लिए गए ऋण के मूल्य का एक छोटा सा हिस्सा होता है. गोल्ड लोन क्रेडिट चेक नहीं होता है. यह आपके ऋण प्राप्त करने के लिए क्रेडिट स्कोर पर नहीं निर्भर करता है. गोल्ड लोन अधिकतर बैंकों और वित्तीय संस्थाओं द्वारा प्रदान की जाती है, और इसे आप तुरंत प्राप्त कर सकते हैं.

Also Read: शेयर मार्केट तो ठीक है, मगर क्या है ग्रे मार्केट, न नियम न कानून फिर कैसे काम करता ये बाजार, जानें हर डिटेल

पर्सनल और गोल्ड लोन में क्या अंतर है

पर्सनल और गोल्ड लोन में काफी अंतर है. जैसे पर्सनल लोन में कोई गारंटी या सुरक्षा की ज़रूरत नहीं होती है, जबकि गोल्ड लोन में सोने या चांदी के आभूषण गारंटी के रूप में रखे जाते हैं. यह गोल्ड लोन को पर्सनल लोन से सुरक्षित बनाता है, क्योंकि अगर ऋण चुकाने में असमर्थ होते हैं तो बैंक आभूषण को बेचकर अपना पैसा वापस पा सकता है. कई स्थिति में इसलिए बैंक पर्सनल लोन के बजाए गोल्ड लोन देना ज्यादा उचित समझते हैं. गोल्ड लोन के ब्याज दर आम तौर पर पर्सनल लोन के ब्याज दर से कुछ कम होते हैं. यह गोल्ड लोन को पर्सनल लोन से आर्थिक रूप से अधिक उपयुक्त बनाता है. पर्सनल लोन की अवधि आम तौर पर गोल्ड लोन से कुछ कम होती है. यह गोल्ड लोन को आपके आवश्यकताओं के अनुसार एक अधिकतम समय सीमा के साथ उपलब्ध बनाता है.

Also Read: PMSBY: केंद्र सरकार देगी 2 लाख का इंश्‍योरेंस कवर, मात्र 20 रुपये होंगे खर्च, जानें कैसे करें अप्लाई

पर्सनल और गोल्ड लोन के प्रोसेसिंग फीस में है अंतर

दोनों लोन के प्रोसेसिंग फीस में काफी अंतर होता है. पर्सनल लोन की प्रोसेसिंग फीस गोल्ड लोन की प्रोसेसिंग फीस से अधिक होती है. गोल्ड लोन एक क्रेडिट चेक की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि पर्सनल लोन में आपके क्रेडिट रेकॉर्ड की जांच की जाती है और ऋण की मान्यता उस पर निर्भर करती है. पर्सनल लोन का उपयोग विविधता के साथ व्यक्तिगत उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि विवाह, शिक्षा, विदेश यात्रा, आदि। वहीं, गोल्ड लोन का उपयोग सोने या चांदी के आभूषणों के खरीदारी या आर्थिक जरूरतों के लिए किया जाता है. आपके व्यक्तिगत आवश्यकताओं और आर्थिक स्थिति के आधार पर, आप उचित ऋण विकल्प का चयन कर सकते हैं. आपको ऋण लेने से पहले ऋण की ब्याज दर, अवधि, प्रोसेसिंग फीस, गारंटी और अन्य शर्तों का समीक्षा करना चाहिए और अपनी आवश्यकताओं और वित्तीय योजना के अनुसार उचित विकल्प का चयन करना चाहिए.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version