अक्षय तृतीया पर Gold की बिक्री में आ सकती है 20 फीसदी की गिरावट, जानें क्या है वजह
जेसीसी अध्यक्ष ने कहा कि अक्षय तृतीया पर होने वाले कुल कारोबार में दक्षिण भारतीय राज्यों की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी होती है, जबकि पश्चिमी भारत की हिस्सेदारी 25 फीसदी रहती है. इस खरीदारी में पूर्वी भारत का हिस्सा 20 फीसदी और उत्तर भारत का हिस्सा करीब 15 फीसदी रहता है.
मुंबई : भारत में सोने खरीद करना बेहद शुभ माना जाता है. खासकर, जब कोई तीज-त्योहार हो, तो इस बहुमूल्य धातु की खरीद करना बेहद शुभ माना जाता है. दिवाली में धनतेरस और अक्षय तृतीया के मौके पर सोने की बिक्री बढ़ जाती है. लेकिन, इस साल कुछ ऐसा माहौल बन रहा है कि अक्षय तृतीया पर सोने की बिक्री कम होने की आशंका है. मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि सोने की कीमतों में पिछले कुछ महीनों में आए उछाल का असर अक्षय तृतीया के त्योहार पर दिखाई देगा और इस मौके पर होने वाली सोने के आभूषणों की बिक्री में गिरावट देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आभूषण विक्रेताओं ने इस बार अक्षय तृतीया पर सोना और सोना से बने आभूषणों में तकरीबन बिक्री में 20 फीसदी तक गिरावट दर्ज होने की आशंका जताई है.
सोने की बढ़ गई कीमत
बताते चलें कि फिलवक्त भारत के सर्राफा दुकानों में सोना की कीमत 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बेचा जा रहा है. ऐसी स्थिति में लोग बेहद जरूरी होने पर ही सोना खरीदना पसंद कर रहे हैं. इसका असर अक्षय तृतीया पर महंगे आभूषणों की होने वाली परंपरागत खरीद पर पड़ सकता है. अक्षय तृतीया को सोने के गहनों एवं सिक्कों की खरीद के लिए शुभ माना जाता है. इस दिन लोग अपने सामर्थ्य के अनुरूप छोटे-बड़े आभूषण या सिक्के खरीदने की कोशिश करते हैं, लेकिन पिछले चार महीनों में सोने के दाम में आया उछाल इस बार उन्हें मायूस कर सकता है.
सोना महंगा होने की आशंका
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण परिषद (जीजेसी) के चेयरमैन संयम मेहरा ने कहा कि सोने के भाव हाल ही में 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचने से ग्राहकों का बड़ा तबका आशंकित हो गया है. मेहरा ने कहा कि हालांकि, कुछ दिन से दाम थोड़े गिरे हैं, लेकिन ये अब भी ऊंचे हैं. इसका असर अक्षय तृतीया पर होने वाली बिक्री पर पड़ेगा. हमारा अनुमान है कि बिक्री पिछले साल की तुलना में 20 फीसदी घट सकती है. सोने का मौजूदा भाव करीब 60,280 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
दक्षिण भारत में सबसे अधिक होती है सोने की बिक्री
जेसीसी अध्यक्ष ने कहा कि अक्षय तृतीया पर होने वाले कुल कारोबार में दक्षिण भारतीय राज्यों की हिस्सेदारी करीब 40 फीसदी होती है, जबकि पश्चिमी भारत की हिस्सेदारी 25 फीसदी रहती है. इस खरीदारी में पूर्वी भारत का हिस्सा 20 फीसदी और उत्तर भारत का हिस्सा करीब 15 फीसदी रहता है. जीजेसी के पूर्व चेयरमैन एवं एनएसी ज्वेलर्स (चेन्नई) के प्रबंध निदेशक अनंत पद्मनाभन ने भी कुछ इसी तरह की आशंका जताते हुए कहा कि महंगे सोने की मार अक्षय तृतीया पर आने वाली मांग को कम कर सकती है. हालांकि, उन्होंने बिक्री पर इसका असर 10 फीसदी ही पड़ने की बात कही है.
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सोना सस्ता होगा, तो बढ़ेगी बिक्री
विश्व स्वर्ण परिषद के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी सोमसुंदरम पीआर ने कहा कि सोने की खरीद अक्षय तृतीया के अवसर पर करोड़ों भारतीयों के जश्न का अनिवार्य हिस्सा होती है. ऐसे में अगर कीमतों में अच्छी गिरावट होती है, तो बिक्री में उछाल आ सकता है. पीएनजी ज्वेलर्स के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक सौरभ गाडगिल का मानना है कि शनिवार को अक्षय तृतीया का त्योहार होने से खरीदारों के पास सप्ताहांत पर खरीदारी का मौका होगा. उन्होंने कहा कि अगर सोना 60,000 रुपये के भाव पर स्थिर रहता है, तो बिक्री 10 फीसदी बढ़ सकती है.
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