Good News: गोवा जाने वाली वास्को-डि-गामा-जसीडीह एक्सप्रेस ट्रेन में अब आरामदायक एलएचबी कोच
झारखंड के रेल यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने ट्रेन संख्या 17321/17322 वास्को-डि-गामा-जसीडीह-वास्को-डि-गामा एक्सप्रेस ट्रेन के पारंपरिक रैक को बदलकर एलएचबी कोच लगाने का फैसला किया है. एलएचबी रेक पुराने कोच से अधिक आरामदेह होंगे.
Indian Railways News: झारखंड के रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है. खासकर ट्रेन से गोवा जाने वाले सैलानियों के लिए. अब उनकी यात्रा आरामदेह हो गयी है. भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसमें आरामदायक एलएचबी कोच लगा दिये हैं. सोमवार यानी 20 फरवरी 2023 से जो लोग जसीडीह से इस ट्रेन में बैठेंगे, उन्हें आरामदेह कोच में यात्रा करने का मौका मिलेगा.
वास्को-डि-गामा-जसीडीह-वास्कोडिगामा के पुराने कोच बदले
झारखंड के रेल यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने ट्रेन संख्या 17321/17322 वास्को-डि-गामा-जसीडीह-वास्को-डि-गामा एक्सप्रेस ट्रेन के पारंपरिक रैक को बदलकर एलएचबी कोच लगाने का फैसला किया है. एलएचबी रेक पुराने कोच से अधिक आरामदेह होंगे. कोच में सीट, चार्जिंग प्वाइंट, पंखे और ब्रेक प्रणाली पहले की तुलना में उच्च गुणवत्ता के हैं.
20 फरवरी को नये कोच के साथ जसीडीह से जायेगी ट्रेन
ट्रेन संख्या 17321 वास्को-डि-गामा-जसीडीह एक्सप्रेस ट्रेन 17 फरवरी से पारंपरिक रेक के स्थान पर एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित होकर वास्को-डि-गामा से चलेगी. ट्रेन संख्या 17322 जसीडीह-वास्को-डि-गामा एक्सप्रेस ट्रेन 20 फरवरी को एलएचबी कोच रेक में परिवर्तित होकर जसीडीह से चलेगी.
Also Read: Train News: ओड़िशा, हैदराबाद जाने वाली 10 जोड़ी ट्रेनें रद्द, दो ट्रेन शॉर्ट टर्मिनेट, ये है लिस्ट
गोवा का नजदीकी स्टेशन है वास्को-डि-गामा
बता दें कि वास्को-डि-गामा गोवा का सबसे नजीदीकी स्टेशन है. जसीडीह से वास्को-डि-गामा के बीच चलने वाली ट्रेन 49 घंटे 30 मिनट में 2,559 किलोमीटर की यात्रा तय करती है. 52 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत रफ्तार से चलने वाली यह ट्रेन रास्ते में 35 स्टेशनों पर रुकती है. हालांकि, इस दौरान यह ट्रेन कुल 428 स्टेशनों को पार करती है.
Also Read: Train News: टाटानगर और पटना के बीच चलेगी तेजस एक्सप्रेस, 7 घंटे में होगा झारखंड से बिहार का सफर
ट्रेन में लगे हैं कुल 19 कोच
ट्रेन में जेनरेटर यान, सामान्य श्रेणी के दो कोच, द्वितीय श्रेणी स्लीपर के दो कोच, वातानुकूलित थ्री-टियर इकोनॉमी के चार कोच, वातानुकूलित थ्री-टियर के पांच कोच और वातानुकूलित टू-टियर के चार कोच समेत कुल 19 कोच लगे होते हैं.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.