Good News: सरकारी कर्मचारियों के खाते में दीपावली से पहले आयेंगे डीए के पैसे, मालामाल होंगे पीएफ खाताधारक भी

EPFO News|Dearness Allowance|Deepawali|ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड (EPFO Central Board) ने इस साल अपने 6 करोड़ से अधिक खाताधारकों को 8.5 फीसदी की दर से ब्याज देने का फैसला किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2021 8:00 PM
an image

नयी दिल्ली: सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ प्रॉविडेंट फंड (PF) में अंशदान करने वाले सभी खाताधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दीपावली (Deepawali) के त्योहार से पहले इन दोनों के अकाउंट में बड़ी रकम आने वाली है. प्रॉविडेंट फंड (Provident Fund) के पैसों को मैनेज करने वाली संस्था इम्प्लाईज प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने ऐसे संकेत दिये हैं. पीएफ खाताधारकों के अकाउंट में जल्द ही 8.5 फीसदी की दर से ब्याज की रकम ट्रांसफर की जा सकती है. इसी दौरान सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के खाते में महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) ट्रांसफर किया जायेगा.

ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड (EPFO Central Board) ने इस साल अपने 6 करोड़ से अधिक खाताधारकों को 8.5 फीसदी की दर से ब्याज देने का फैसला किया है. वित्त मंत्रालय ने अब तक बोर्ड के प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं दी है. जैसे ही वित्त मंत्रालय की ओर से इस प्रस्ताव को मंजूरी दी जायेगी, ईपीएफओ बोर्ड अपने खाताधारकों के अकाउंट में एक मोटी रकम ट्रांसफर कर देगा. उम्मीद की जा रही है कि वित्त मंत्रालय जल्द ही इसे मंजूरी देगा और दिवाली (Diwali) से पहले पीएफ खाताधारकों के अकाउंट में पैसे भेज दिये जायेंगे.

उल्लेखनीय है कि इफीएफओ (EPFO) ने वित्त मंत्रालय को इस संबंध में एक प्रस्ताव भेजा है. इसमें कहा गया है कि इपीएफओ सेंट्रल बोर्ड वर्ष 2020-21 के लिए अपने खाताधारकों को 8.5 फीसदी की दर से ब्याज देना चाहता है. वित्त मंत्रालय ने अब तक उसके इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी है. जब तक वित्त मंत्रालय से इस प्रस्ताव को हरी झंडी नहीं मिलेगी, इपीएफओ अपने खाताधारकों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं कर पायेगा.

Also Read: आधार कार्ड को पीएफ एकाउंट से लिंक किया क्या? सिर्फ दो दिन हैं शेष उसके बाद हो सकती है ये परेशानी…

वैश्विक महामारी कोरोना संकट (Coronavirus Pandemic) की वजह से डेढ़ साल में करोड़ों लोग बेरोजगार हुए हैं. 4.40 लाख से अधिक लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गयी. देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी. अब उम्मीद की जा रही है कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने कई घोषणाएं की हैं. लाखों करोड़ रुपये के पैकेज की भी घोषणा की गयी है. त्योहारों के दौरान अगर सरकारी कर्मचारियों और संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के अकाउंट में पैसे आते हैं, तो इससे अर्थव्यवस्था को बूस्टर मिल जायेगा.

स्मॉल सेविंग्स में पीएफ पर सबसे ज्यादा ब्याज

बता दें कि EPFO का सेंट्रल बोर्ड हर साल पीएफ खाताधारकों की जमा राशि पर ब्याज तय करता है. वित्त मंत्री की मंजूरी के बाद इसे लागू किया जाता है. यानी खाताधारकों के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिये जाते हैं. इपीएफओ पर अभी 8.5 फीसदी ब्याज दे रहा है, जो अन्य स्मॉल सेविंग्स (Small Savings) से काफी अधिक है. जेनरल प्रॉविडेंट फंड (GPF) और पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर 7.1 फीसदी ब्याज दिया जाता है, जबकि नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 6.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है.

Posted By: Mithilesh Jha

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version