कोरोना में बढ़ने लगे मदद के हाथ, राहत कोष में 135 करोड़ रुपये देंगे सुंदर पिचाई, माइक्रोसाॅफ्ट सत्या नाडेला भी करेंगे सहयोग
देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रोजाना बढ़ते नए मामलों की वजह चरमराती चिकित्सा व्यवस्था के बीच एक राहत भरी खबर है. इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक बार फिर लोगों की मदद के हाथ बढ़ने लगे हैं. गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई ने देश के हालात को देखते हुए राहत कोष में करीब 135 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भी मदद देने की बात कही है. नडेला ने कहा कि कंपनी देश को राहत देने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही, कंपनी ऑक्सीजन उपकरण देने के प्रयास में भी जुटी हुई है.
नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान रोजाना बढ़ते नए मामलों की वजह चरमराती चिकित्सा व्यवस्था के बीच एक राहत भरी खबर है. इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक बार फिर लोगों की मदद के हाथ बढ़ने लगे हैं. गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई ने देश के हालात को देखते हुए राहत कोष में करीब 135 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही, माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला ने भी मदद देने की बात कही है. नडेला ने कहा कि कंपनी देश को राहत देने का प्रयास कर रही है. इसके साथ ही, कंपनी ऑक्सीजन उपकरण देने के प्रयास में भी जुटी हुई है.
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने अनुदान देने के लिए यूनिसेफ और गेटइंडिया को 135 करोड़ रुपये के राहत कोष में देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गूगल और उनकी टीम मेडिकल सप्लाई करेगी. हाई रिस्क वाली कम्युनिटी का समर्थन करने वाले संगठनों की भी मदद करेंगे. इन दोनों की ओर से ऐसे समय में मदद देने का ऐलान किया गया है, जब भारत में रोजाना करीब 3.5 लाख कोरोना के नए मरीज पाए जा रहे हैं.
सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग पोस्ट शेयर की, जिसमें कंपनी भारत को गंभीर स्थिति से निकालने के प्रयासों के बारे में विस्तार से बता रही है. कंपनी के प्रमुख और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता के हस्ताक्षर वाले ब्लॉग पोस्ट में कहा कि 135 करोड़ रुपये के फंडिंग में Google.org से दो ग्रेन शामिल हैं, जिनकी कुल कीमत 20 करोड़ रुपये है.
इसमें पहला अनुदान गेटइंडिया के लिए है, ताकि अपने रोजमर्रा के खर्चों में मदद करने के लिए संकट से पीड़ित परिवारों को नकद सहायता प्रदान की जा सके. इसके अलावा, दूसरा अनुदान यूनिसेफ को जाएगा, जो ऑक्सीजन और परीक्षण उपकरणों सहित तत्काल चिकित्सा आपूर्ति प्राप्त करने में मदद करेगा, जिसकी भारत में इस समय सबसे ज्यादा जरूरत है.
अनुदान में अभियान चलाने वाले कर्मचारियों का दान भी शामिल है. ब्लॉग पोस्ट में कहा गया है कि अब तक 900 से अधिक Google कर्मचारियों ने हाई रिस्क वाले वाले देशों का समर्थन करने वाले संगठनों के लिए 3.7 करोड़ रुपये का योगदान दिया है. वहीं, सत्या नडेला ने ट्वीट करके कहा था कि ‘मैं भारत की वर्तमान स्थिति से बहुत दुखी हूं. मैं आभारी हूं कि अमेरिकी सरकार मदद करने में जुट गई है. माइक्रोसॉफ्ट राहत प्रयासों में सहायता के लिए अपनी आवाज, संसाधनों और टेक्नोलॉजी का उपयोग करना जारी रखेगा. साथ ही महत्वपूर्ण ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेशन डिवाइस की खरीद में मदद करेगा.
Posted by : Vishwat Sen
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