Google ने सैकड़ों कर्मचारियों को काम से निकाला, इस विभाग के कर्मचारियों पर चली कैंची

Google Layoffs 2024: यह कटौती गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट के अधिकारियों द्वारा लागत कम करने के संकल्य के बाद की गई है. करीब एक साल पहले गूगल ने कहा था कि वह 12,000 कर्मचारियों या अपने कार्यबल के करीब छह प्रतिशत को बाहर का रास्ता दिखाएगी.

By Agency | January 11, 2024 3:48 PM
an image

Google Layoffs 2024: गूगल ने लागत में कटौती के उपायों के तहत अपनी हार्डवेयर, वॉयस असिस्टेंस और इंजीनियरिंग टीम में काम करने वाले सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह छंटनी इसलिए की गई है क्योंकि गूगल कंपनी की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं और आगे आने वाले महत्वपूर्ण अवसरों में जिम्मेदारी से निवेश करने की ओर अग्रसर है. बयान में कहा गया है कि कुछ टीमें इस प्रकार के संगठनात्मक परिवर्तन करना जारी रख रही हैं. इसमें विश्वस्तर पर कुछ पद समाप्त करना शामिल है. गूगल ने पहले कहा था कि वह कुछ सौ पद समाप्त कर रही है, जिसका अधिकतर प्रभाव उसके संवर्धित हार्डवेयर दल पर पड़ेगा. यह कटौती गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट के अधिकारियों द्वारा लागत कम करने के संकल्य के बाद की गई है. करीब एक साल पहले गूगल ने कहा था कि वह 12,000 कर्मचारियों या अपने कार्यबल के करीब छह प्रतिशत को बाहर का रास्ता दिखाएगी. इस सप्ताह की शुरुआत में, अमेज़न ने अपनी प्राइम वीडियो और स्टूडियो इकाइयों में सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था. वह अपने लाइवस्ट्रीमिंग मंच ट्विच पर काम करने वाले करीब 500 कर्मचारियों की भी छंटनी करेगी.

Also Read: Paytm में छंटनी के बाद कंपनी के सीईओ ने जारी किया टू-डू लिस्ट, कंपनी में AI को लेकर होने वाले हैं अहम बदलाव

नये साल से पहले पेटीएम ने निकाले थे 10 प्रतिशत कर्मचारी

पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस ने कंपनी में कास्ट कटिंग के नाम पर विभिन्न विभागों के 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला साल के अंत में लिया था. पेटीएम अपने कारोबार को व्यवस्थित करना चाहता है और इसी क्रम में उसने कर्मचारियों की छंटनी की थी. ऐसी संभावना भी जताई जा रही है कि आने वाले कुछ महीनों में और भी छंटनी हो सकती है. जानकारी के अनुसार पेटीएम के इस फैसले से कंपनी में कार्यरत 10 प्रतिशत लोग प्रभावित होंगे. पेटीएम के इस फैसले से भारतीय टेक फर्म की दुनिया में सनसनी फैल गई है, क्योंकि इसे टेक फर्म की सबसे बड़े ले-ऑफ के रूप में देखा जा रहा है.

(भाषा इनपुट के साथ)

Exit mobile version