Scrap: साफ-सफाई आदमी के जीवन के लिए सबसे अधिक महत्व है. इससे घर और दफ्तर की सफाई होने के साथ-साथ कमाई भी हो जाती है. आपके घर-दफ्तर में सालों से पड़ी बेकार चीजें आपके लिए भले ही कबाड़ हो, लेकिन वह किसी के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है. घर-दफ्तर से निकले कबाड़ को बाजार में खरीदार भी मिल जाते हैं और इसे बेचकर मोटी कमाई भी हो जाती है. यह जानकर आप चौंक जाएंगे कि इस साल दिवाली के मौके पर साफ-सफाई के दौरान निकले कबाड़ को बेचकर सरकारी बैंक और वित्तीय संस्थानों ने करीब 4.5 करोड़ रुपये की मोटी कमाई की है.
एक महीने तक चला सफाई का विशेष अभियान
समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) और वित्तीय संस्थानों ने करीब एक महीने तक चले विशेष सफाई अभियान के दौरान कबाड़ का निपटारा कर 4.5 करोड़ रुपये की कमाई कर ली. रिपोर्ट में कहा गया है कि लंबित मामलों की संख्या में कटौती और स्वच्छता को संस्थागत बनाने पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए यह अभियान महात्मा गांधी के जन्मदिन 2 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर 2024 तक चलाया गया था.
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38,500 से अधिक स्थानों पर चलाया गया सफाई अभियान
वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवाएं विभाग (डीएफएस) की अगुवाई में आयोजित इस अभियान में सरकारी बैंक, सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों और नाबार्ड, सिडबी, एक्जिम बैंक, एनएचबी, आईआईएफसीएल जैसे अन्य सार्वजनिक वित्तीय संस्थान शामिल हुए. एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस अभियान में डीएफएस ने सभी चिह्नित लोक शिकायतों, लोक अपीलों, पीएमओ संदर्भों और सांसदों के संदर्भों का 100% समाधान किया. इस विशेष अभियान के दौरान 11.79 लाख वर्ग फीट जगह खाली हुई और कबाड़ निपटान के जरिये 4.50 करोड़ रुपये की कमाई हुई. यह अभियान देश भर में 38,500 से अधिक स्थानों पर संचालित किया गया. बयान के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों और 43 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों ने पेंशन शिकायत सप्ताह का आयोजन भी किया.
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