PM Mudra Yojana : अगर आप लॉकडाउन की वजह से पैदा हुई आर्थिक कमजोरी की वजह से अपने कारोबार को दोबारा खड़ा नहीं कर पा रहे हैं, तब आपको घबराने की जरूरत नहीं है. देश के छोटे कारोबारियों की आर्थिक परेशानियों को दूर करने के लिए सरकार ने ब्याज पर 2 फीसदी की सब्सिडी देकर रियायती दरों पर लोन उपलब्ध करा रही है. अभी इसी सप्ताह बुधवार को सरकार ने छोटे कारोबारियों और रेहड़ी पटरी वालों को आर्थिक सहूलित देने के लिए प्रधानमंत्री मुद्रा ऋण योजना (PM Mudra Yojana) के तहत रियायती दरों पर लोन मुहैया कराने का ऐलान किया है.
कौन-कौन उठा सकेंगे इस योजना का लाभ : सरकार ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत शिशु कर्ज (Shishu loan) श्रेणी के कर्जदाताओं को ब्याज पर 2 फीसदी सब्सिडी के साथ कर्ज मुहैया कराने को लेकर मंजूरी दी है. सरकार के इस फैसले के बाद अब देश के किसी भी हिस्से के छोटे उद्यमी या फिर रेहड़ी-पटरी लगाकर कारोबार शुरू करने वाले सरकारी मदद भी ले सकते हैं. इससे अब छोटे कारोबार की शुरुआत करने वालों को शिशु श्रेणी के अंतर्गत 50,000 रुपये तक बिना किसी गारंटी के लोन मिल सकेगा.
Also Read: रेहड़ी-पटरी वालों और छोटे उद्यमियों को सरकार ने दी बड़ी राहत, शिशु लोन पर मिलेगी सरकारी मदद
12 महीने के लिए मिलेगी ब्याज सहायता : प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत शिशु कर्ज श्रेणी के कर्जदाताओं को ब्याज पर 2 फीसदी सब्सिडी देने को मंजूरी दी है. पात्र कर्जदाताओं को 31 मार्च 2020 तक के बकाया ऋण पर ब्याज सहायता 12 महीने के लिए मिलेगी.
कब शुरू हुई थी योजना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 अप्रैल 2015 को पीएम मुद्रा योजना की शुरुआत की थी. इसके तहत 10 लाख रुपये तक का कर्ज लघु एवं सूक्ष्म उद्यमों को दिया जाता है. मुद्रा लोन के नाम से चर्चित यह ऋण वाणिज्यिक बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और छोटी राशि के कर्ज कर्ज देने वाले संस्थान (MFI) और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां देती हैं.
योजना की तीन श्रेणियों में दिया जाता है कर्ज : केंद्र सरकार की इस योजना का मकसद छोटे स्तर पर व्यापार करने वालों को मदद करने का है. इसलिए शिशु मुद्रा लोन योजना के तहत सिर्फ छोटे व्यापारियों को लोन मिल सकता है. बड़े कारोबार के लिए इस योजना के तहत मदद नहीं मिलेगी. मुद्रा योजना के तहत तीन चरणों में सरकार लोन दे रही है. केंद्र सरकार ने इसे शिशु लोन (Shishu loan), किशोर लोन (Kishore loan) और तरुण लोन (Tarun loan) योजना में बांटा है. शिशु मुद्रा लोन योजना के तहत कोई व्यक्ति दुकान खोलने, रेहड़ी-पटरी पर कारोबार करने जैसे छोटे काम के लिए बैंक से 50,000 रुपये तक का लोन ले सकता है. इससे वह अपना रोजगार शुरू कर सकता है.
Posted By : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.