GST collection : मई 2021 में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक हुआ जीएसटी कलेक्शन, पिछले साल के मुकाबले 65 फीसदी हुई बढ़ोतरी
सरकार की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों में 4 जून तक घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह की रकम भी शामिल है. इसका कारण यह है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार की ओर से करदाताओं को आयकर रिटर्न फाइल करने की तिथि में बढ़ोतरी कर दी गई थी. सरकार की ओर से करदाताओं को रिटर्न फाइलिंग में छूट देते हुए इसकी आखिरी तारीख मई 2021 से 15 दिनों के लिए आगे बढ़ा दी गई थी.
नई दिल्ली : वित्त मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि मई 2021 के दौरान वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) से करीब 1,02,709 रुपये के राजस्व का संग्रह हुआ है. उसने कहा कि जीएसटी के कुल राजस्व में सीजीएसटी से करीब 17,592 रुपये, एसजीएसटी से 22,653 करोड़ रुपये और आईजीएसटी से 53,199 करोड़ रुपये के राजस्व का संग्रह हुआ है. आईजीएसटी के कुल राजस्व में करीब 26,002 रुपये वस्तुओं के निर्यात से वसूले गए टैक्स की रकम शामिल है. इसके अलावा, सेस यानी उपकर से करीब 9,265 करोड़ रुपये की वसूली की गई है.
सरकार की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों में 4 जून तक घरेलू लेनदेन से जीएसटी संग्रह की रकम भी शामिल है. इसका कारण यह है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सरकार की ओर से करदाताओं को आयकर रिटर्न फाइल करने की तिथि में बढ़ोतरी कर दी गई थी. सरकार की ओर से करदाताओं को रिटर्न फाइलिंग में छूट देते हुए इसकी आखिरी तारीख मई 2021 से 15 दिनों के लिए आगे बढ़ा दी गई थी.
पिछले साल के मुकाबले 65 फीसदी बढ़ोतरी
बयान में कहा गया है कि मई महीने के दौरान सरकार ने नियमित तौर पर 15,014 करोड़ रुपये सीजीएसटी से और 11,653 रुपये आईजीएसटी से एसजीएसटी के लिए सेटलमेंट किए हैं. बयान में यह भी कहा गया है कि मई 2021 में किया गया जीएसटी संग्रह 2020 के इसी महीने के दौरान किए गए राजस्व संग्रह से करीब 65 फीसदी अधिक है.
लगातार आठवें महीने जीएसटी 1 लाख करोड़ के पार
वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि मई महीने के दौरान वस्तुओं के आयात से राजस्व संग्रह 56 फीसदी अधिक था, जबकि घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले साल के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से राजस्व की तुलना में 69 फीसदी अधिक है. गौर करने वाली बात यह है कि ज्यादातर राज्यों में महामारी की दूसरी लहर में लॉकडाउन लागू किए जाने के बावजूद मई में लगातार आठवें महीने 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक राजस्व का संग्रह किया गया है.
Posted by : Vishwat Sen
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.