नई दिल्ली : वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संबंधी शीर्ष निकाय जीएसटी परिषद की बैठक शनिवार को यहां शुरू हो गई. इसमें पान मसाला और गुटखा व्यवसाय में कर चोरी रोकने के लिए व्यवस्था बनाने और अपीलीय न्यायाधिकरणों की स्थापना पर चर्चा होने की संभावना है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जीएसटी परिषद की 49वीं बैठक की अध्यक्षता कर रही हैं. इसमें राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के वित्त मंत्री भी शिरकत कर रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि परिषद की 17 दिसंबर, 2022 को हुई पिछली बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी थी, वे मुद्दे भी शनिवार की बैठक के शीर्ष एजेंडे में शामिल हैं. सूत्रों के मुताबिक, पान मसाला और गुटखा उद्योग में हो रही कर चोरी पर लगाम लगाने के लिए ओडिशा के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी की अध्यक्षता में गठित मंत्रियों के समूह (जीओएम) की रिपोर्ट पर भी बैठक में चर्चा की जा सकती है.
वस्तु एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरणों (जीएसटीएटी) पर एक मंत्रिसमूह का पिछले साल जुलाई में गठन हुआ था, जिसके अध्यक्ष हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला हैं. इस जीओएम ने सलाह दी है कि न्यायाधिकरणों में सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता के साथ-साथ केंद्र और राज्यों से दो न्यायिक सदस्य और एक तकनीकी विभाग का सदस्य होना चाहिए.
Also Read: GST Council: जीएसटी परिषद में कुछ वस्तुओं की दरों में बदलाव की संभावना, जानें विशेषज्ञ की राय
जीएसटी परिषद की बैठक में शामिल होने दिल्ली पहुंचे केरल के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने कहा कि हमारे पास बैठक में चर्चा करने के लिए कई एजेंडे हैं. करीब सभी राज्य जीएसटी कॉमन सेशन की अवधि बढ़ाने, जीएसटी अपीलीय ट्रिब्यूनल, केंद्रीय करों में अधिक हिस्सेदारी और पेट्रोल और डीजल के उपकर को रोकने की मांग कर रहे हैं. इसका कारण यह है कि राज्यों को उनका हिस्सा नहीं मिल पा रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.