Loading election data...

Moonlighting पर HCL Tech की दो टूक- एक साथ दो जगह काम करने का समर्थन नहीं

एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने 'मूनलाइटिंग' को लेकर कहा है कि वह एक साथ दो जगह काम करने का समर्थन नहीं करती है और यह कंपनी के भीतर कोई बड़ा मुद्दा नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2022 1:02 PM
an image

HCL Tech On Moonlighting: टेक इंडस्ट्री में इन दिनों ‘मूनलाइटिंग’ चर्चा में है. यह सही है या गलत, इसे लेकर विशेषज्ञ अपने-अपने तर्क दे रहे हैं. इसी बीच, एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने ‘मूनलाइटिंग’ को लेकर कहा है कि वह एक साथ दो जगह काम करने का समर्थन नहीं करती है और यह कंपनी के भीतर कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. जब कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के साथ ही कोई अन्य काम भी करता है तो उसे तकनीकी तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ कहा जाता है.

चीफ पीपल ऑफिसर ने कही यह बात

कंपनी के चीफ पीपल ऑफिसर (सीपीओ) रामचंद्रन सुंदरराजन ने दूसरी तिमाही के नतीजों का ब्योरा देने के दौरान कहा, एचसीएल के साथ काम करते हुए हम अन्य जगह भी काम करने का समर्थन नहीं करते हैं.

Also Read: Moonlighting से क्यों घबराई हैं IT कंपनियां? क्या है ये और कहां से आया यह ट्रेंड?

जॉब कॉन्ट्रैक्ट की बात

उन्होंने कहा, एचसीएल टेक के लिए काम करनेवाला हर व्यक्ति रोजगार अनुबंध पर हस्ताक्षर करता है. इसके लिए विशिष्टता की आवश्यकता होती है. हम अपने कर्मचारियों से अनुबंध में मौजूद प्रावधानों की प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की अपेक्षा करते हैं.

चर्चा का मुद्दा बन गया है मूनलाइटिंग

उन्होंने कहा कि सौभाग्य से मूनलाइटिंग एचसीएल टेक्नोलॉजीज के भीतर एक बड़ी समस्या के रूप में सामने नहीं आया है. गौरतलब है कि विप्रो के चेयरमैन रिषद प्रेमजी की मूनलाइटिंग पर टिप्पणी के बाद यह चर्चा का एक मुद्दा बन गया है. विप्रो ने मूनलाइटिंग को जहां धोखा बताया है, वहीं इन्फोसिस ने इसे अनैतिक कहा है. (इनपुट : भाषा)

Also Read: Moonlighting पर बोले आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर- सफल नहीं होगी कंपनियों की कोशिश

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Exit mobile version