HDFC बैंक खरीदेगी इंडसइंड में बड़ी हिस्सेदारी, RBI ने दी मंजूरी, जानें क्या होगा असर
रिजर्व बैंक ने कहा कि एचडीएफसी बैंक को 5 फरवरी से एक साल के भीतर बड़ी शेयरधारिता हासिल करनी होगी. अगर एचडीएफसी ऐसा करने में विफल रहता है तो मंजूरी रद्द कर दी जाएगी.
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकिंग सेक्टर के एक बड़े डील को लेकर स्वीकृति दे दी है. एचडीएफसी बैंक को इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) में करीब दस प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीदने की इजाजत मिल गयी है. इंडसइंड बैंक द्वारा बीएसई में एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया है कि आरबीआई ने इंडसइंड बैंक लिमिटेड में भुगतान की गई शेयर पूंजी या वोटिंग अधिकार के 9.5 प्रतिशत तक की कुल हिस्सेदारी हासिल करने के लिए एचडीएफसी बैंक लिमिटेड के आवेदन को मंजूरी दे दी है. आरबीआई की मंजूरी बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के प्रासंगिक प्रावधानों, आरबीआई के मास्टर निर्देश और बैंकिंग कंपनियों में शेयरों या वोटिंग अधिकारों के अधिग्रहण और धारण पर 16 जनवरी, 2023 के दिशानिर्देशों (समय-समय पर संशोधित), प्रावधानों के अधीन है. इस बारे में केंद्रीय बैंक ने कहा कि एचडीएफसी बैंक को 5 फरवरी से एक साल के भीतर बड़ी शेयरधारिता हासिल करनी होगी. अगर एचडीएफसी ऐसा करने में विफल रहता है तो मंजूरी रद्द कर दी जाएगी.
Also Read: HDFC Bank ने बदला FD का ब्याज दर, चेक करें अब आपको कितना मिलेगा फायदा
इंडसइंड में किसकी कितनी हिस्सेदारी
एक्सचेंज में मौजूद जानकारी के अनुसार, बैंक में इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग लिमिटेड और इंडसइंड लिमिटेड के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 16.45 प्रतिशत है. इसमें म्यूचुअल फंड की हिस्सेदारी 15.63 प्रतिशत है. बैंक में एसआईसी समेत अन्य बीमा कंपनियों की हिस्सेदारी पहले से 7.04 प्रतिसत है. वर्तमान में सबसे ज्यादा बैंक में विदेशी पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) की हिस्सेदारी है. दिसंबर तक बैंक में एफपीआई 38.24 प्रतिशत थी. इससे पहले पिछले महीने आरबीआई ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को एचडीएफसी बैंक लिमिटेड में 9.99 प्रतिशत तक हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति दी थी. एचडीएफसी बैंक ने कहा कि एलआईसी को आरबीआई द्वारा एक वर्ष के भीतर यानी 24 जनवरी 2025 तक, बैंक में प्रमुख शेयरधारिता हासिल करने की सलाह दी गई है. इसके अलावा, एलआईसी का बैंक में कुल हिस्सेदारी हर समय बैंक की भुगतान की गई शेयर पूंजी या वोटिंग अधिकारों के 9.99 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए.
क्या होगा बैंक पर असर
एचडीएफसी देश की सबसे बड़ी प्राइवेट बैंकिंग कंपनी है. इसके हिस्सेदारी खरीदने से इंडसइंड बैंक को बड़ी कारोबारी मजबूती मिलेगी. इससे पहले भी बैंक को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बंपर मुनाफा था. बैंक का मुनाफा 17.3 प्रतिशत बढ़कर 2,297.8 करोड़ रुपये पहुंच गया है. पिछले साल, इसी तिमाही में बैंक ने 1,959 करोड़ रुपये कमाया था. वित्त वर्ष 2023-24 में पिछले नौ महीने में बैंक का मुनाफा 6,628 करोड़ रुपये रहा है. ऐसे में देखा जाए तो बैंक तेजी से आगे बढ़ रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.