Coronavirus संकट के बीच HOME Loan और EMI में फंसे ग्राहकों को HDFC ने दी बड़ी राहत
Coronavirus Crisis (कोरोनावायरस संकट) के बीच सस्ती कीमतों पर घर खरीदने के प्लान बनाने वालों का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है. इस दौर में जहां आरबीआई रेपो रेट में कटौती कर रहा है, तो एसबीआई समेत देश के कई प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने भी लोन की ब्याज दरों को कम करना शुरू कर दिया है. संकट की ऐसी घड़ी में होम लोन (HOME Loan) और मासिक किस्त (EMI) में फंसे ग्राहकों को एचडीएफसी (HDFC) ने बड़ी राहत दी है.
Coronavirus Crisis (कोरोनावायरस संकट) के बीच सस्ती कीमतों पर घर खरीदने के प्लान बनाने वालों का सपना जल्द ही पूरा हो सकता है. इस दौर में जहां आरबीआई रेपो रेट में कटौती कर रहा है, तो एसबीआई समेत देश के कई प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने भी लोन की ब्याज दरों को कम करना शुरू कर दिया है. संकट की ऐसी घड़ी में होम लोन (HOME Loan) और मासिक किस्त (EMI) में फंसे ग्राहकों को एचडीएफसी (HDFC) ने बड़ी राहत दी है.
हाउसिंग लोन देने वाली कंपनी एचडीएफसी ने अपनी लोन की ब्याज दर में 0.20 फीसदी कटौती करने का ऐलान किया है. ये नयी ब्याज दरें 12 जून यानी शुक्रवार से ही प्रभावी हो गयी हैं. एचडीएफसी के इस फैसले से सभी खुदरा होम लोन और नॉन-हाउसिंग लोन के ग्राहकों को फायदा होगा. यह ब्याज दरें 7.65 फीसदी से 7.95 फीसदी के दायरे में रहेंगी. दरअसल, एचडीएफसी की खुद ऋण लागत घटने के बाद कंपनी ने यह फैसला किया है. कंपनी का यह कदम एसबीआई के ऋण ब्याज दरों में कटौती के अनुरूप है.
एचडीएफसी ने एक बयान में कहा कि एचडीएफसी अपने खुदरा ऋण पर ब्याज दर 0.20 फीसदी घटा रही है. नयी दर 12 जून से प्रभावी होगी. इससे कंपनी के सभी खुदरा आवास ऋण और गैर-आवास ऋण के ग्राहकों को फायदा होगा.
बता दें कि पिछले महीने भारतीय रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.40 प्रतिशत की कटौती कर इसे 4 प्रतिशत के ऐतिहासिक निचले स्तर पर ला दिया था. इसके बाद से बाजार में लगातार लोन की ब्याज दरें कम हो रही हैं. हालांकि, इस वजह से फिक्स्ड डिपॉजिटर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा है और उन्हें अपनी जमा पूंजी पर कम मुनाफा मिलने लगा है.
गौरतलब है कि अभी हाल ही में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के बाद निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने होम लोन और कार लोन के ग्राहकों को राहत दी है. निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर 0.05 फीसदी कम की है. यह कटौती हर अवधि की एमसीएलआर पर की गयी है.
इसके अलावा, सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सभी ग्राहकों के लिए धन की एमसीएलआर ब्याज की दरों में कमी करने की बुधवार को घोषणा की. बैंक ऑफ बड़ौदा ने एमसीएलआर में 0.15 फीसदी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 0.10 फीसदी की कमी की है. बैंक ऑफ बड़ौदा की कटौती 12 जून और यूनियन बैंक की 11 जून से प्रभावी होगी.
इससे पहले एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.25 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की थी. यह कटौती सभी तरह के लोन पर की गई है. नई दर के बाद एसबीआई का एमसीएलआर 1 साल के लिए घटकर 7.00 फीसदी रह गया है. इससे पहले यह दर एक साल के लिए 7.25 फीसदी थी. नयी दरें 10 जून 2020 से लागू हुई हैं.
Posted By : Vishwat Sen
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