HDFC-HDFC Bank Merger: क्यों हो रहा है एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का विलय? ग्राहकों पर इसका क्या असर होगा?

HDFC-HDFC Bank Merger Reason - एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा है कि इस विलय प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडलों की बैठक 30 जून को होगी. आप सोच रहे होंगे कि एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक के साथ विलय आखिर क्यों हो रहा है. आइए यह समझने की कोशिश करते हैं-

By Rajeev Kumar | June 29, 2023 3:01 PM

Why HDFC Ltd and HDFC Bank are Merging? HDFC लिमिटेड और HDFC बैंक का मर्जर फाइनल हो गया है. आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd.) का प्राइवेट क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के साथ विलय 1 जुलाई से प्रभावी हो जाएगा. एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा है कि इस विलय प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडलों की बैठक 30 जून को होगी. एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी केकी मिस्त्री ने कहा कि कंपनी के शेयरों की डीलिस्टिंग का काम 13 जुलाई से प्रभावी होगा. अब आप सोच रहे होंगे कि एचडीएफसी लिमिटेड का एचडीएफसी बैंक के साथ विलय आखिर क्यों हो रहा है. आइए यह समझने की कोशिश करते हैं-

HDFC-HDFC बैंक का मर्जर क्यों हो रहा है?

HDFC, HDFC बैंक मर्जर के साथ खुद को और मजबूत करने की कोशिश में हैं. इस विलय का परिणाम एचडीएफसी बैंक के असुरक्षित ऋणों के जोखिम के अनुपात को कम करने और पूंजी आधार को मजबूत करने के रूप में हो सकता है. इस विलय की वजह के सवाल पर एचडीएफसी के वाइस चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी केकी मिस्त्री ने ब्लूमबर्ग को दिये एक इंटरव्यू में बताया कि लंबे समय तक HDFC हाउसिंग फाइनेंस में रही है, लेकिन एक समय के बाद HDFC बैंक के साथ HDFC का मर्जर होना ही था, यह फैसला HDFC की बेहतरी के लिए किया गया है. क्योंकि HDFC सिर्फ हाउसिंग लोन का बिजनेस करे और बाकी बिजनेस HDFC बैंक करे, ऐसा बहुत लंबे समय तक नहीं चल सकता था. मर्जर के लिए यह टाइमिंग बिल्कुल सही है. इसकी कई रेगुलेटरी वजहें हैं, जैसे CRR, SLR की लेकर शर्तें आज से 10-20 साल पहले के मुकाबले बहुत आसान हैं.

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अर्थव्यवस्था और ग्राहकों के लिए कैसा रहेगा यह विलय?

एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने बताया है कि भारत के सबसे बड़े बंधक ऋणदाता हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (एचडीएफसी) का निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक के साथ विलय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होगा. वहीं, बैंकिंग सेक्टर के जानकारों का कहना है कि यह मर्जर बैंक ग्राहकों के लिए अच्छा है. इस मर्जर के बाद एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को एक ही छत के नीचे बैंकिंग और फाइनैंस, दोनों का लाभ मिलेगा. एचडीएफसी बैंक की सभी शाखाओं में एचडीएफसी की सभी सेवाएं मिलने लगेंगी. एचडीएफसी का एचडीएफसी बैंक में विलय का सकारात्मक असर शेयर मार्केट में भी नजर आ रहा है.

कंपनी इतिहास में सबसे बड़ा विलय सौदा

एचडीएफसी बैंक ने पिछले साल चार अप्रैल को आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी का खुद में विलय करने पर सहमति जतायी थी. यह सौदा 40 अरब डॉलर का है. देश में कंपनी इतिहास में इसे सबसे बड़ा विलय सौदा करार दिया गया है. इस विलय के बाद देश की एक बड़ी वित्तीय सेवा कंपनी सृजित होगी. विलय के बाद बनने वाली नयी इकाई की संयुक्त रूप से संपत्ति करीब 18 लाख करोड़ रुपये होगी. इस सौदे के तहत एचडीएफसी के प्रत्येक शेयरधारक को 25 शेयरों के बदले एचडीएफसी बैंक के 42 शेयर मिलेंगे.

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