Year End मनाने शिमला-मनाली में पर्यटकों की उमड़ी भीड़, अटल टनल से गुजरे 28 हजार वाहन, 90% होटल में कमरे बुक
बर्फ से लदी अटल सुरंग को देखने की दीवानगी ने हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों- शिमला एवं मनाली में होटलों की बुकिंग 90 प्रतिशत तक पहुंचा दी है. हालत यह है कि एक ही दिन में रिकॉर्ड 28,210 वाहनों ने अटल सुरंग को पार किया.
नये साल के जश्न की तैयारी शुरू हो गयी है. साथ ही, 23 दिसंबर से 25 दिसंबर तक के लॉग वीक एंड के कारण पहाड़ों में लोग छुट्टी बिताने पहुंच रहे हैं. बर्फ से लदी अटल सुरंग को देखने की दीवानगी ने हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों- शिमला एवं मनाली में होटलों की बुकिंग 90 प्रतिशत तक पहुंचा दी है. हालत यह है कि एक ही दिन में रिकॉर्ड 28,210 वाहनों ने अटल सुरंग को पार किया. शनिवार को अटल सुरंग पर बर्फबारी होने के बाद पर्यटकों ने बड़ी संख्या में अटल सुरंग का रुख किया है. लाहौल और स्पीति पुलिस ने सोमवार को कहा कि अकेले रविवार को रिकॉर्ड संख्या में 28,210 वाहनों ने अटल सुरंग को पार किया. इससे पर्यटन गतिविधियों से जुड़े तमाम कारोबारी उत्साहित हैं. इसकी एक वजह यह भी है कि स्थानीय मौसम कार्यालय ने 30-31 दिसंबर को मध्य पहाड़ियों में बारिश और ऊंची पहाड़ियों में बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है. हिमाचल होटल एवं रेस्तरां संगठन महासंघ (एफओएचएचआरए) के अध्यक्ष गजेंद्र ठाकुर ने कहा कि होटल के कमरों की बुकिंग लगभग 90 प्रतिशत चल रही है. इसके अलावा एक से छह जनवरी तक होने वाले मनाली कार्निवल भी साल के अंत में पर्यटकों की आमद बढ़ा सकता है.
सीएम ने जतायी खुशी
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि हम लाखों की संख्या में हिमाचल प्रदेश आए पर्यटकों का स्वागत करते हैं. आपदा के बाद हिमाचल फिर से पर्यटकों के स्वागत के लिए खड़ा हो गया है. कुल्लू जिला मानसून के दौरान राज्य के सबसे अधिक आपदा प्रभावित जिलों में से एक था. राज्य की राजधानी शिमला में क्रिसमस से लेकर नए साल तक होने वाले कार्निवल ने माहौल को और भी खुशनुमा बना दिया है. सूफियाना संगीत, कव्वाली और संगीत समूहों का प्रदर्शन और नाटक आकर्षण का केंद्र हैं. हालांकि शिमला में पर्यटकों की संख्या बढ़ने से यातायात में अव्यवस्था की स्थिति बनी रही. शिमला पुलिस ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि पिछले 72 घंटों में शिमला में 55,345 वाहन आए. हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम (एचपीटीडीसी) के प्रबंध निदेशक अमित कश्यप ने कहा कि निगम ने अपने रिसॉर्ट्स में नए साल के जश्न के लिए गीत-संगीत और नृत्य से जुड़े कई तरह के कार्यक्रमों की पेशकश की है. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से लोकल दुकानदारों की बिक्री काफी बढ़ी है. स्थानीय दुकानदारों को जनवरी में भी पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है.
2023 में सर्वाधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थल में शिमला शामिल
देश में इस साल पर्यटक स्थलों पर रिकार्ड स्तर पर लोग पहुंचे हैं. इसमें देशी पर्यटकों के साथ विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं. थॉमस कुक इंडिया के अनुसार, भारत में दस सबसे ज्यादा घूमे जानें स्थानों में अंडमान व निकोबार द्वीप समूह, गोवा, केरल, मनाली और कसोल, शिमला, उदयपुर, आगरा, कच्छ, कन्याकूमारी और जिम कॉर्बेट पार्क शामिल है.
2024 से बढ़ गयी उम्मीद
साल 2023 भारतीय टूरिज्म सेक्टर के लिए बेहतरीन साबित हुआ. देश में जी 20 और क्रिकेट वर्ल्ड कप का आयोजन ने संभावनाओं कई गुना तक बढ़ा गिया. ऐसे में नए साल 2024 से लोगों की उम्मीद काफी ज्यादा बढ़ गयी है. हालांकि, हॉस्पिटैलिटी में नए साल में हालांकि दीर्घकालिक कोष पहुंच, उच्च जीएसटी दरें, प्रतिभा अधिग्रहण तथा जटिल व्यावसायिक प्रक्रिया जैसे मुद्दे चिंता का विषय बन सकते हैं. होटल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एचएआई) के अध्यक्ष पुनीत छतवाल ने कहा कि 2023 में सूचीबद्ध होटल कंपनियों ने घरेलू मांग, विदेशी पर्यटकों के आगमन में सुधार, बड़े वैश्विक आयोजनों जैसे भारत की जी20 अध्यक्षता और क्रिकेट विश्व कप खेल आयोजन आदि के दम पर दोहरे अंकों में राजस्व वृद्धि दर्ज की. बता दें कि पुनीत छतवाल इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) भी हैं.
लोगों के यात्रा की संख्या बढ़ी
महिंद्रा हॉलिडेज एंड रिसॉर्ट्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ कविंदर सिंह ने कहा कि आरामदायक यात्रा, पर्यावरण के प्रति जागरूकता, सप्ताहांत अवकाश तथा परिवार के साथ अच्छा समय बिताने की इच्छा से लोगों के यात्रा करने की संख्या बढ़ी है. क्षेत्र की दीर्घकालिक संभावनाओं पर आशावान सिंह ने कहा कि हमारे रणनीतिक उद्देश्य के अनुरूप हमारा लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक कमरों की संख्या को करीब 5,000 से दोगुना करके 10,000 करना है. इसी तरह इरोज़ होटल (नई दिल्ली) के महाप्रबंधक देविंदर जुज ने कहा कि कंपनी 2023 की सफलता के आधार पर 2024 में विकास की संभावनाओं को लेकर आशावादी है. भारत के आतिथ्य क्षेत्र के 2024 में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने और आने वाले अवसरों को भुनाने की दिशा में आगे बढ़ने की उम्मीद है.
(भाषा इनपुट के साथ)
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