एचएमपीवी वायरस से घबराया शेयर बाजार, शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स-निफ्टी में हाहाकार
Stock Market: शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स के 23 शेयर गिर गए, जबकि 7 शेयरों में तेजी देखी गई. एनएसई में 50 शेयरों पर आधारित निफ्टी के 30 शेयर लाल निशान और 19 हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 1 शेयर में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आया है.
Stock Market: वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच बुधवार 8 जनवरी 2025 को मजबूती के साथ खुलने वाला शेयर बाजार एचएमपीवी वायरस से घबराकर एक मिनट के अंदर ही गिर गया. कारोबार के शुरू होत ही बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9:15 बजे 120.34 अंक या 0.15% की तेजी के साथ 78,319.45 अंक पर खुला, लेकिन ठीक एक मिनट बाद 9:16 पर यह 70.90 अंक या 0.09% गिरकर 78,128.21 अंक पर पहुंच गया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी 9:15 बजे 38.75 अंक या 0.16% उछलकर 23,746.65 अंक पर खुला, लेकिन कुछ ही देर में यह भी 10.15 अंक या 0.04% गिरकर 23,697.75 अंक पर कारोबार करना शुरू कर दिया.
जोमैटो और श्रीराम फाइनेंस को सबसे अधिक नुकसान
शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स के 23 शेयर गिर गए, जबकि 7 शेयरों में तेजी देखी गई. इस सूचकांक पर जोमैटो का शेयर सबसे अधिक नुकसान के साथ कारोबार करता दिखाई दिया. हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर मुनाफे के साथ कारोबार कर रहा है. इसका 2.34% टूटकर 246.60 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. एनएसई में 50 शेयरों पर आधारित निफ्टी के 30 शेयर लाल निशान और 19 हरे निशान पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 1 शेयर में किसी प्रकार का बदलाव नहीं आया है. इस सूचकांक पर श्रीराम फाइनेंस का शेयर सबसे अधिक नुकसान के साथ कारोबार करता दिखाई दे रहा है. इसका शेयर 1.12% टूटकर 2925.90 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है. हालांकि, डॉ रेड्डीज का शेयर सबसे अधिक मुनाफे में है.
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एशिया के दूसरे बाजारों में भी नरम रुख
एशिया के दूसरे शेयर बाजारों में जापान का निक्केई 225, हांगकांग का हैंगसेंग और चीन के शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ खुले. हालांकि, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में तेजी का रुख बना हुआ है. यूरोपीय बाजार मंगलवार को मजबूती के साथ बंद हुए थे, जबकि अमेरिकी बाजारों में तेज गिरावट दर्ज की गई थी. वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड 0.33% बढ़कर 77.30 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था.
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एचएमपीवी वायरस सहमे निवेशक
- कमजोर वैश्विक संकेत: अमेरिकी बाजारों में तकनीकी शेयरों में बिकवाली और ट्रेजरी यील्ड में वृद्धि के चलते गिरावट आई, जिसका असर एशियाई बाजारों पर भी पड़ा. जापान के निक्केई और टॉपिक्स इंडेक्स में गिरावट देखी गई, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी इंडेक्स मामूली बढ़त के साथ सपाट रहा.
- एचएमपीवी वायरस की चिंताएं: एचएमपीवी वायरस के मामलों में वृद्धि से निवेशकों में भय बढ़ा, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव देखा गया. इस वायरस के कारण निवेशकों की संपत्ति में भारी नुकसान हुआ है.
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा लगातार बिकवाली से बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा, जिससे सूचकांकों में गिरावट आई.
- कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि: कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से मुद्रास्फीति और आर्थिक विकास पर दबाव बढ़ा, जिससे निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई.
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