Real Estate: सपनों का घर खरीदने का बना रहे हैं प्लान, जानें पांच कारण क्यों है अभी सही वक्त
Real Estate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पिछली चार नीतिगत घोषणाओं में रेपो रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन की शुरुआत में मांग बढ़ने लगेगी.
Real Estate: इस त्योहारी सीजन में घर खरीदने की योजना बना रहे हैं? हिंदू संस्कृति में नवरात्रि को एक शुभ काल माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस 9 दिवसीय त्योहार के दौरान घर-संपत्ति खरीदने से आपको शुभ फल या आशीर्वाद मिल सकता है. ऐसे में संभावित खरीदारों को आकर्षित करने के लिए, बिल्डर्स अक्सर इस अवधि के दौरान आकर्षक ऑफर और छूट लेकर आते हैं. चूंकि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पिछली चार नीतिगत घोषणाओं में रेपो रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसलिए विशेषज्ञों का मानना है कि त्योहारी सीजन की शुरुआत में मांग बढ़ने लगेगी. त्योहारी सीजन के दौरान लोग अपने नए घरों में जाना पसंद करते हैं, तो डेवलपर्स इन महीनों के दौरान नए लॉन्च और मुफ्त सुविधाओं के साथ नए ऑफर की घोषणा करते हैं. हालांकि, कोविड काल को छोड़ दें तो आमतौर मांग हर साल अधिक रहती है. दूसरे पहलू में ग्राहकों के लिए अतिरिक्त लाभ यह होगा कि होम लोन की ईएमआई में कोई वृद्धि नहीं होगी. रेलिगेयर हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरएचडीएफसीएल) के एमडी और सीईओ राहुल मेहरोत्रा ने बताया कि यह निश्चित रूप से घर खरीदने वालों के लिए उत्सव की खुशी को बढ़ाएगा.
इस त्योहारी सीजन में घर खरीदने का कारण
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रेपो दर 6.5% पर स्थिर
रेपो दर को 6.5% पर स्थिर रखने का आरबीआई का निर्णय इस त्योहारी सीजन में घर खरीदारों के लिए एक लाभकारी अवसर प्रस्तुत करता है. ईजीलोन के संस्थापक और सीईओ प्रमोद कथूरिया ने कहा कि अनचेंज्ड रेपो दर घर खरीदने वालों के लिए एक त्योहारी उपहार है, क्योंकि यह उन्हें ऑपटिमल कॉस्ट पर घर खरीदने का एक और मौका देता है. साहीबैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलजीत रस्तोगी बताते हैं कि अल्पकालिक अस्थिरता के बावजूद, रियल एस्टेट बाजार ऐतिहासिक रूप से ऊपर की ओर बढ़ रहा है, जिसका मतलब है कि अभी घर खरीदना भविष्य के लिए एक अच्छा निवेश हो सकता है. यह त्योहारी सीजन घर खरीदने के लिए बेस्ट है.
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मजबूत आर्थिक विकास
ईएमआई की बढ़ती लागत के बावजूद, मजबूत आर्थिक विकास, बढ़ता शहरीकरण और सरकारी प्रोत्साहन भारत के होम लोन बाजार में वृद्धि को बढ़ावा दे रहे हैं. ईएमआई महंगी होने के बावजूद त्योहारी सीजन के कारण होम लोन की मांग बढ़ने की उम्मीद है. त्योहारी सीजन के दौरान किफायती आवास की मांग भी मजबूत रहने की उम्मीद है. ऐसा इसलिए है क्योंकि डेवलपर्स किफायती आवास परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, और सरकार किफायती आवास के लिए प्रोत्साहन भी प्रदान कर रही है. मणिपाल बिजनेस सॉल्यूशंस द्वारा संचालित साहिबैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमलजीत रस्तोगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) और अन्य योजनाएं जैसी सरकारी पहल भी किफायती आवास को बढ़ावा देंगी, जिससे मजबूत मांग को समर्थन मिलेगा.
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त्योहारी सीजन के दौरान नई योजनाएं और ऑफर
व्यक्तिगत वित्त विशेषज्ञों की राय है कि त्योहारी सीजन के दौरान डेवलपर्स और बैंक अक्सर त्योहारी ऑफर और छूट लेकर आते हैं, जिससे घर खरीदने वालों को पैसे बचाने में मदद मिल सकती है.
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अनुकूल बाजार रुझान
रिटेल सेक्टर बाजार उपभोक्ताओं के लिए बाजार काफी सकारात्मक दिखाई देता है. जो अर्थव्यवस्था के समृद्ध स्वास्थ्य का आभास कराता है. ऐसे में अभी घर खरीदने के लिए पैसे लगाने में आपको किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
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त्योहारी सीजन बोनस
बताया जाता है कि कर्मचारियों के लिए त्योहारी सीजन बोनस डिस्पोजेबल आय को बढ़ावा देगा. ऐसे में बोनस की रकम अगर, ठीकठाक आयी है तो इसका इस्तेमाल घर खरीदने के लिए किये जाने वाले डाउनपेमेंट के लिए किया जा सकता है.
शीर्ष सात शहरों में जनवरी-सितंबर में अपार्टमेंट की बिक्री 21 प्रतिशत बढ़ी: जेएलएल
देश के सात प्रमुख शहरों में इस साल जनवरी-सितंबर के दौरान अपार्टमेंट की बिक्री सालाना आधार पर 21 प्रतिशत बढ़कर 1,96,227 इकाई हो गई. संपत्ति सलाहकार जेएलएल इंडिया ने यह जानकारी दी. पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,61,575 इकाई था. इस साल जनवरी-सितंबर में अपार्टमेंट की बिक्री पहले ही वर्ष 2022 की कुल बिक्री के 91 प्रतिशत तक पहुंच गई है. जेएलएल इंडिया ने कहा कि त्योहारी सत्र की शुरुआत के साथ आगामी तिमाही में मजबूत बिक्री की उम्मीद है. इस सर्वेक्षण में जिन शहरों को शामिल किया गया, उनमें दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे शामिल हैं. जेएलएल के भारत में प्रमुख (आवास) शिव कृष्णन ने कहा कि सभी सात शहरों में ब्रांडेड डेवलपर्स की बिक्री अच्छी रही. इसके अलावा, रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर रेपो को लगातार चौथी बार यथावत रखने से भी आवास बिक्री पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
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