त्योहार से पहले केंद्र सरकार आमलोगों को देगी बड़ा तोहफा, घर खरीदने वालों को कर्ज के ब्याज में मिलेगी राहत
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि शहरों में घर खरीदने का सपना देख रहे लोगों को कर्ज पर ब्याज में राहत देने के लिए सितंबर में योजना पेश की जाएगी.
केंद्र सरकार के द्वारा आमलोगों को त्योहारों से पहले बड़ा तोहफा दिया जाने वाला है. केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि शहरों में अपना घर खरीदने का सपना देख रहे लोगों को गृह ऋण पर ब्याज में राहत देने के लिए अगले महीने यानी सितंबर में एक योजना लाई जाएगी. पुरी ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अभी इस योजना के तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है.
पीएम मोदी ने की थी घोषणा
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के सचिव मनोज जोशी ने कहा कि शहरों में घर खरीदने का सपना देख रहे लोगों को कर्ज पर ब्याज में राहत देने के लिए सितंबर में योजना पेश की जाएगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में शहरों में रह रहे ऐसे मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए योजना की घोषणा की थी, जिनके पास अपना घर नहीं है. पीएम मोदी ने लाल किले पर अपने संबोधन में कहा था कि मध्यमवर्गीय परिवारों का शहरों में अपने घर का सपना होता है. हम जल्द ही इसके लिए योजना लाएंगे. उन्होंने कहा था कि हमने किराये के घरों, अनधिकृत बस्तियों और झोपड़पट्टियों में रहने वाले परिवारों को अपना घर बनाने के लिए बैंक कर्ज पर ब्याज में राहत देने का निर्णय लिया है.
पहली तिमाही में 43 शहरों में घर महंगे हुए, सात में कीमतों में आई गिरावट
देश के 43 शहरों में 2023-24 की पहली तिमाही में घर महंगे हुए हैं.वहीं सात शहरों में आवासीय इकाइयों के दाम घटे हैं.राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) ने बुधवार को यह जानकारी दी. आवास वित्त कंपनियों के नियामक ने कहा कि एनएचबी आवास मूल्य सूचकांक के मुताबिक आवास ऋण की दरें अब भी महामारी-पूर्व के स्तर से कम हैं. इस दौरान अहमदाबाद में संपत्ति की कीमतों में 9.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई.बेंगलुरु में 8.9 प्रतिशत और कोलकाता में 7.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. आवास मूल्य सूचकांक के अनुसार, चेन्नई में घरों के दाम में 1.1 प्रतिशत, दिल्ली में 0.8 प्रतिशत, हैदराबाद में 6.9 प्रतिशत, मुंबई में 2.9 प्रतिशत और पुणे में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई. बैंकों और आवास वित्त कंपनियों से जमा किए गए संपत्तियों के मूल्यांकन मूल्यों के आधार पर 50 शहरों के एचपीआई में 2023-24 की पहली तिमाही के दौरान 4.8 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई.एक साल पहले यह आंकड़ा सात प्रतिशत था. इस दौरान सबसे अधिक 20.1 प्रतिशत की वृद्धि गुरुग्राम में रही.वहीं सबसे अधिक गिरावट लुधियाना में (19.4 प्रतिशत) देखी गई.
आवास के कर्ज पर मासिक किस्त दो साल में 20 प्रतिशत बढ़ी
एक रिपोर्ट के अनुसार, 50 लाख रुपये से ज्यादा कीमत वाले मिड-सेगमेंट घरों की सेल्स ज्यादा हुई है. वहीं, बताया जा रहा है कि आवासीय ऋण पर ब्याज दर बढ़ने से 40 लाख रुपये से कम कीमत की संपत्ति खरीदने वाले ग्राहकों की मासिक किस्त पिछले दो वर्षों में 20 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक ने यह आकलन पेश किया है. एनारॉक के अनुसार, कोविड-19 वैश्विक महामारी का सबसे अधिक असर किफायती आवास खंड पर पड़ा और पिछले दो साल में यह इस आघात से उबर नहीं पाया है.
होम लोन पर लगातार बढ़ी ब्याज
रियल एस्टेट सलाहकार के मुताबिक, किफायती घरों के खरीदारों की मासिक किस्तें पिछले दो वर्षों में करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं. तीस लाख रुपये तक के आवासीय ऋण पर ब्याज दरें परिवर्तनशील रही हैं, जो 2021 के मध्य में 6.7 प्रतिशत से बढ़कर अब करीब 9.15 प्रतिशत तक पहुंच गई हैं. एनारॉक के शोध प्रमुख प्रशांत ठाकुर ने कहा कि आवासीय ऋण लेने वाले जो ग्राहक जुलाई 2021 में करीब 22,700 रुपये की मासिक किस्त भर रहे थे. वे अब करीब 27,300 रुपये का भुगतान कर रहे हैं. इस तरह उनकी किस्त में प्रति माह 4,600 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. मासिक किस्त में 20 प्रतिशत का उछाल आने से कर्ज पर देय कुल ब्याज राशि करीब 11 लाख रुपये बढ़ गई. यह 2021 में करीब 24.5 लाख रुपये थी जो आज 35.5 लाख रुपये है. उन्होंने कहा कि 20 साल की अवधि में 30 लाख रुपये के कर्ज पर देय कुल ब्याज राशि, मूल कर्ज राशि से भी अधिक हो चुकी है. एनारॉक ने कहा कि घरों की कुल बिक्री में किफायती घरों की हिस्सेदारी भी वर्ष 2023 की पहली छमाही में घटकर 20 प्रतिशत रह गई है. देश के सात प्रमुख शहरों में इस खंड की हिस्सेदारी पहली छमाही में 18 प्रतिशत पर आ गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 23 प्रतिशत थी.
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