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रेपो रेट में बढ़ोतरी से होम लोन की ब्याज दरें होंगी महंगी, देश में घटेगी घरों की बिक्री

प्रॉपर्टी कन्सलटेंट एनारॉक, नाइट फ्रैंक इंडिया, जेएलएल इंडिया, कोलियर्स इंडिया, इंडिया सॉथबी इंटरनेशनल रियल्टी और इन्वेस्टर्स क्लिनिक ने कहा कि मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए रिजर्व बैंक का यह कदम उम्मीद के मुताबिक है. इससे होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2022 1:53 PM

नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से प्रमुख नीतिगत दर (रेपो रेट) को 0.50 फीसदी बढ़ाकर 4.9 फीसदी करने से देश में होम लोन महंगा होगा. इसके साथ ही घरों की बिक्री में भी गिरावट दर्ज होगी. प्रॉपर्टी मार्केट के एक्सपर्ट ने आशंका जाहिर की है कि महंगाई दर पर अंकुश लगाने के लिए आरबीआई ने भले ही रेपो रेट में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है, लेकिन उसके इस कदम से होम लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होगी और घरों की बिक्री बुरी तरह से प्रभावित होगी.

होम लोन की ब्याज दरों में होगा इजाफा

प्रॉपर्टी कन्सलटेंट एनारॉक, नाइट फ्रैंक इंडिया, जेएलएल इंडिया, कोलियर्स इंडिया, इंडिया सॉथबी इंटरनेशनल रियल्टी और इन्वेस्टर्स क्लिनिक ने कहा कि मुद्रास्फीति पर अंकुश के लिए रिजर्व बैंक का यह कदम उम्मीद के मुताबिक है. इससे होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि रेपो रेट में वृद्धि से होम लोन महंगा होगा. रिजर्व बैंक द्वारा पिछले महीने रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद से ब्याज दरें पहले से बढ़ने लगी हैं.

2008 की महामंदी के दौर से नीचे रहेंगी ब्याज दरें

अनुज पुरी ने कहा कि हालांकि, होम लोन की ब्याज दरें 2008 के वैश्विक महामंदी के दौर से नीचे रहेंगी. उस समय होम लोन की ब्याज दर 12 फीसदी और इससे ऊपर थीं. उन्होंने कहा कि ब्याज दरों में वृद्धि का असर आने वाले कुछ महीनों में घरों की बिक्री पर देखने को मिलेगा. सस्ते और मध्यम खंड के घरों की बिक्री पर इसका असर अधिक दिखाई देगा.

रेपो रेट में वृद्धि का बोझ ग्राहकों पर डालेंगे बैंक

कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रमेश नायर का मानना है कि बैंक रेपो दर में वृद्धि का बोझ आने वाले महीनों में धीरे-धीरे ग्राहकों पर डालेंगे. हाउसिंग.कॉम और प्रॉपटाइगर.कॉम के सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा कुछ दिन में ही रेपो रेट में दो बार की बढ़ोतरी से होम लोन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी, जिससे ग्राहकों की धारणा प्रभावित होगी.

घरों के निर्माण लागत में होगी बढ़ोतरी

नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि रेपो रेट में बढ़ोतरी से होम लोन महंगा होगा. उन्होंने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी के अलावा निर्माण की लागत और उत्पादों के दाम भी बढ़े हैं. इस वजह से खरीदारों की धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ेगा. इंडिया सॉथबीज इंटरनेशनल रियल्टी के सीईओ अमित गोयल ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इसका आवासीय खंड की मांग पर विशेष प्रभाव पड़ेगा. मांग पहले से मजबूत बनी हुई है.

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रियल एस्टेट सेक्टर पर पड़ेगा बुरा प्रभाव

जेएलएल इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री और शोध प्रमुख समंतक दास ने कहा कि रेपो रेट में बढ़ोतरी मुख्य रूप से घर खरीदारों की धारणा को प्रभावित करने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर खरीद पर इसका बहुत अधिक असर नहीं होगा. इन्वेस्टर्स क्लिनिक के संस्थापक हनी कटियाल ने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से रियल एस्टेट क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होगा.

भाषा इनपुट

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