One Time Password/OTP news : आप हमेशा ओटीपी का नाम सुनते और पढ़ते होंगे. बैंकों द्वारा हमेशा आपके पास यह मैसेज या मेल आता होगा कि आप अपना ओटीपी किसी से शेयर न करें. यहां तक कि फोन करके कोई अनजान आदमी भी बैंक के नाम पर आपसे ओटीपी मांग सकता है, लेकिन आपको किसी भी शर्त पर अपना ओटीपी नहीं बताना है. ओटीपी की जानकारी हासिल करना एक अपराध माना जाता है. यहां तक कि बैंक भी अपने ग्राहकों से ओटीपी नहीं मांगता. जब आपके पास इतना सुरक्षात्मक मैसेज आता है, तो क्या आप जानते हैं कि आखिर ओटीपी है क्या? इसका इस्तेमाल कहां होता है और इसे जेनरेट कैसे किया जाता है? यदि आप नहीं जानते हैं, तो आइए हम आपको इसके बारे में जानकारी उपलब्ध कराते हैं.
क्या है ओटीपी?
आजकल हम करीब-करीब ज्यादातर काम अपने घर बैठे ही कर लेते हैं. खासकर, कोरोना महामारी के इस संकट की घड़ी में अपने-अपने घरों से न के बराबर निकलना है, तो ऐसे में मोबाइल ही एक ऐसा सहारा है, जिसके जरिए हम अपना वित्तीय लेनदेन और शॉपिंग से लेकर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई-लिखाई तक का काम निपटा रहे हैं. ऐसी स्थिति में डिजिटल वर्ल्ड में हमारी सुरक्षा भी बहुत मायने रखती है, ताकि हमारी निजी जानकारी और अकाउंट से संबंधित बातें किसी का पता न चल सके. जब हम नेट बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करते हैं, तो मोबाइल रिचार्ज करने के लिए या फिर कुछ सामान खरीदने के लिए सभी डिटेल भरने के बाद सबसे आखिर में एक कोड आता है, जिसे हम ओटीपी (OTP) कहते हैं. ओटीपी का मतलब वन टाइम पासवर्ड (One Time Password).
कहां होता है इस्तेमाल?
ओटीपी एक सिक्योरिटी कोड है, जो 6 अंकों का होता है और इसका इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने के लिए किया जाता है. जब हम किसी ई-कॉमर्स कंपनी से सामान खरीदते हैं, तो हम अपने एटीएम कार्ड से उसका भुगतान करते हैं. भुगतान करते वक्त अपने बैंकिंग डिटेल भरने के बाद आखिर में एक सिक्योरिटी कोड आपके बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस के जरिए आता है. यही 6 अंकों वाला सिक्योरिटी कोड ही ओटीपी कहलाता है. एसएमएस के जरिए आपके मोबाइल पर आने वाले सिक्योरिटी कोड को दर्ज करने के बाद ही आपका डिजिटल पेमेंट सफल होता है. इसके बिना आप ऑनलाइन लेनदेन नहीं कर सकते.
क्यों किया जाता है ओटीपी का इस्तेमाल?
ओटीपी एक पासवर्ड है, जो सामान्य पासवर्ड से अलग होता है. जैसे कि जब हम किसी भी वेबसाइट में अपना अकाउंट बनाते हैं, तो हम अपना यूजरनेम और पासवर्ड क्रिएट करते हैं. हम जो पासवर्ड क्रिएट करते हैं, वह बहुत ही सरल रखते हैं. इससे हमें हैकर्स से खतरा होता है, क्योंकि वे आसानी से हमारे पासवर्ड को हैक करके हमारा डिटेल चुरा सकते हैं. इसलिए बैंक, ई-कॉमर्स कंपनियां या अन्य ऑनलाइन बिजनेस करने वाले संस्थान आजकल वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का इस्तेमाल करना शुरू कर दिए हैं, जो एक बार यूज होने के बाद बेकार हो जाता है. यह ओटीपी आपके अकाउंट को सेफ रखने के साथ ही आपके डेटा और निजी जानकारियों को भी सुरक्षित रखता है.
ओटीपी की क्या है खासियत?
ओटीपी की खासियत यह है कि इससे जो कोड जेनरेट होता है, उसका इस्तेमाल केवल एक बार ही किया जाता है. वह सिर्फ एक समय के लिए वैध होता है. अगर उस समय के अंदर हमने कोड का इस्तेमाल नहीं किया, तो वह कोड हमारे किसी काम का नहीं रता. यानी हम जितनी बार भी ऑनलाइन लेनदेन करते हैं, उतनी बार कोड या ओटीपी जेनरेट होता है, जिससे हमारा अकाउंट पूरी तरह से सुरक्षित रहता है.
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Posted By : Vishwat Sen
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