Hyundai IPO: हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ अलॉटमेंट, चेक करें स्टेटस
Hyundai IPO: मारुति सुजुकी इंडिया की 2003 में सूचीबद्धता के बाद से यह बीते दो दशक में किसी वाहन विनिर्माता का पहला आईपीओ है. दक्षिण कोरियाई मूल कंपनी ओएफएस के जरिये अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है.
Hyundai IPO: दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी हुंडई मोटर की भारतीय सहायक कंपनी हुंडई मोटर इंडिया के आईपीओ के शेयरों में पैसा लगाने वाले निवेशकों का इंताजार खत्म हो गया है. वाहन निर्माता कंपनी शेयरों के आवंटन की प्रक्रिया में जोरशोर से जुटी हुई है. संभावना है कि 18 अक्टूबर 2024 की देर शाम तक शेयरों का आवंटन कर दिया है. इसके शेयरों के सब्सक्राइबर्स को अपने फंड के डेबिट या अपने आईपीओ मैंडेट के रीवोकेशंस के लिए इस सप्ताह के अंत में या फिर सोमवार 21 अक्टूबर 2024 तक मैसेज, अलर्ट या ईमेल मिल जाएंगे. आईपीओ के आखिरी दिन संस्थागत जोर के कारण भारतीय शेयर बाजारों में सबसे बड़ा आईपीओ मुश्किल से लिस्ट हो पाया. हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ 15 अक्टूबर 2024 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और 17 अक्टूबर 2024 को बंद हो गया.
हुंडई मोटर के आईपीओ आखिरी दिन मिला 2.37 गुना सब्सक्रिप्शन
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के आईपीओ को पेशकश के तीसरे और अंतिम दिन गुरुवार 17 अक्टूबर 2024 तक 2.37 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. एनएसई के आंकड़ों के मुताबिक, करीब 27,870 करोड़ रुपये के आकार वाले आईपीओ के तहत की गई 9,97,69,810 शेयरों की पेशकश के मुकाबले 23,63,26,937 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. यह भारतीय शेयर बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ है. इसने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के 21,000 करोड़ रुपये के आईपीओ को पीछे छोड़ दिया है. पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) की श्रेणी को 6.97 गुना अभिदान मिला, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों के कोटा को 60 प्रतिशत अभिदान मिला. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों के लिए निर्धारित कोटा को 50 प्रतिशत अभिदान प्राप्त हुआ.
हुंडई मोटर ने एंकर निवेशकों से जुटाए 8,315 करोड़ रुपये
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) ने इश्यू खुलने से पहले सोमवार को बड़े (एंकर) निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपये जुटाए. हुंडई के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का प्राइस बैंड तय किया गया है. यह आईपीओ पूरी तरह से प्रवर्तक कंपनी हुंडई मोटर कंपनी (एचएमसी) की तरफ से 14,21,94,700 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) पर आधारित है. इसमें कोई नया इक्विटी शेयर नहीं जारी किया गया. ऐसी स्थिति में एचएमआईएल को शेयर बिक्री से कोई राशि नहीं मिलेगी.
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मारुति के बाद किसी ऑटो कंपनी का पहला आईपीओ
मारुति सुजुकी इंडिया की 2003 में सूचीबद्धता के बाद से यह बीते दो दशक में किसी वाहन विनिर्माता का पहला आईपीओ है. दक्षिण कोरियाई मूल कंपनी ओएफएस मार्ग के जरिये अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है. देश की दूसरी बड़ी कार कंपनी एचएमआईएल ने उम्मीद जताई है कि इक्विटी शेयरों की सूचीबद्धता से उसकी दृश्यता और ब्रांड छवि बढ़ेगी और शेयरों के लिए तरलता और सार्वजनिक बाजार उपलब्ध होगा. प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर आईपीओ का आकार 27,870 करोड़ रुपये (3.3 अरब डॉलर) आंका गया है. कंपनी का बाजार मूल्यांकन इश्यू के बाद लगभग 1.6 लाख करोड़ रुपये (लगभग 19 अरब डॉलर) होगा.
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