एलआईसी से भी बड़ा आईपीओ लाने जा रही है Hyundai, सेबी में दस्तावेज दाखिल

Hyundai Motor IPO : दक्षिण कोरिया की कार बनाने वाली कंपनी हुंडई मोटर ने 1990 के दशक में भारत में दस्तक दिया था. तब से लेकर अब तक करीब 34 वर्ष के दौरान यह कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

By KumarVishwat Sen | June 21, 2024 11:51 AM

Hyundai Motor IPO : दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी शेयर बाजार में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से भी बड़ा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने की तैयारी में जुट गई है. कार निर्माता कंपनियों में हुंडई मोटर इंडिया का यह आईपीओ मारुति सुजुकी इंडिया के बाद पहली पेशकश होगी. मारुति सुजुकी इंडिया साल 2023 में अपने आईपीओ को बाजार में पेश किया था. कंपनी ने इसके लिए सेबी में दस्तावेज दाखिल कर दिया है. संभावना जाहिर की जा रही है कि कंपनी फेस्टिव सीजन के दौरान सितंबर-अक्टूबर में इसे बाजार में पेश कर सकती है.

मारुति के बाद पहली कार कंपनी Hyundai का आईपीओ

हुंडई मोटर इंडिया मारुति सुजुकी के बाद पिछले 20 साल से अधिक वर्षों के दौरान भारत में सार्वजनिक निर्गम लाने वाली पहली कार निर्माता कंपनी होगी. कंपनी इस आईपीओ के जरिए बाजार से करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाएगी. संभावना यह भी जाहिर की जा रही है कि उसका यह आईपीओ फेस्टिव सीजन के दौरान बाजार में पेश की जा सकती है.

एलआईसी से भी बड़ा होगा Hyundai का आईपीओ

हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ साल 2022 में पेश किए गए एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपये से भी बड़ा होगा. इसके लिए कार बनाने वाली कंपनी ने बाजार विनियामक सेबी (भारतीय प्रतिभूति एवं विनियामक बोर्ड) में दस्तावेज दाखिल कर दिया है. सेबी में दाखिल किए गए मसौदा दस्तावेजों के अनुसार, प्रस्तावित आईपीओ हुंडई मोटर कंपनी की ओर से 142,194,700 इक्विटी शेयरों की ओएफएस है. भारत के इस बड़े आईपीओ में हुंडई मोटर इंडिया की ओर से कोई नया शेयर जारी नहीं किया जाएगा. बाजार से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए कंपनी एचएमआईएल में 15-20 फीसदी हिस्सेदारी बेच सकती है. चूंकि यह आईपीओ पूरी तरह से ओएफएस है, इसलिए हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड को आईपीओ से कोई आमदनी नहीं होगी.

भारत में Hyundai का विकास

दक्षिण कोरिया की कार बनाने वाली कंपनी हुंडई मोटर ने 1990 के दशक में भारत में दस्तक दिया था. तब से लेकर अब तक करीब 34 वर्ष के दौरान यह कंपनी देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हुंडई मोटर भारत के कार बाजार में सेंट्रो और क्रेटा जैसे पॉपुलर मॉडलों की बिक्री करती है. इसके लाइनअप में कई इलेक्ट्रिक और फेसलिफ्ट कारों के मॉडल भी शामिल हैं. फिलहाल, यह कार निर्माता कंपनी बुनियादी ढांचा के विस्तार पर भी फोकस कर रही है.

Hyundai का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस

हाल के वर्षों में हुंडई मोटर इंडिया ने राजस्व और मुनाफा कमाने के मामले में उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की है. सालाना आधार पर देखा जाए, तो वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी के राजस्व में 40,972 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की गई. इसके अलावा, वित्त वर्ष 2022-23 में 47,378 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023-24 में 60,307.58 करोड़ रुपये राजस्व वृद्धि हुई.

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Hyundai के मुनाफे में बढ़ोतरी

वहीं, हुंडई मोटर इंडिया के मुनाफे में बढ़ोतरी की बात करें, तो वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 1,881 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ. इसके अलावा, वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी ने 2,901 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2023-24 में 4,709 करोड़ रुपये शुद्ध मुनाफा अर्जित की. कंपनी का यह मुनाफा इसकी प्रतिद्वंद्वी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स से कहीं अधिक है.

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