Hyundai : भारत के सबसे बड़े IPO की कमाई से बैंकों को कमीशन देगी हुंडई
Hyundai: देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर्स इंडिया इस साल अपना अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लोंच करने की संभावना पर विचार कर रही है, इस कारण बहुत सारे बैंको का मुनाफा होने की उम्मीद है.
Hyundai: दक्षिण कोरिया की कार निर्माता कंपनी भारत में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) से भी बड़ा आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लाने जा रही है, लेकिन खबर यह भी है कि वह आईपीओ से होने वाली कमाई से करीब 40 मिलियन डॉलर सलाहकार बैंकों को भुगतान करेगी. समाचार एजेंसी रॉयटर्स कि एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया इस साल अपना सबसे बड़ा आईपीओ लॉन्च करने की योजना बना रही है. हुंडई की स्थानीय इकाई के आईपीओ से बैंकों को 40 मिलियन डॉलर मिलने की उम्मीद है, जिसे ऑटो कंपनी आईपीओ में शामिल बैंकों को फीस के रूप में देगी.
इन बैंकों की होने वाली है कमाई
आने वाला IPO कुछ बैंकों के लिए एक सुनहरे अवसर से कम नहीं है. हुंडई इंडिया अपने आगामी आईपीओ के लिए जेपी मोर्गन, सिटीग्रुप और एचएसबीसी जैसे बड़े बैंकों के साथ मिलकर काम कर रही है. रिपोर्ट के अनुसार, बैंक आईपीओ आकार का लगभग 1.3 प्रतिशत शुल्क के रूप में ले सकते हैं, जो बहुत बड़ी रकम है.
अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद
हुंडई का आने वाला आईपीओ अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होने की उम्मीद है, जिसकी अनुमानित कीमत 21,000-25,000 करोड़ रुपये है. इस साल की शुरुआत में एलआईसी का आईपीओ 21,008 करोड़ रुपये का था, पिछले साल पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का था, 2010 में कोल इंडिया का 15,199 करोड़ रुपये का था और 2017 में जीआईसी का 11,175 करोड़ रुपये का था. चर्चा है कि इस आईपीओ का 50% क्यूआईबी के लिए, 35% खुदरा निवेशकों के लिए और 15% एनआईआई के लिए रिजर्व रखा जा सकता है.
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अभी है IPO के आने में टाइम
हुंडई इंडिया अपने आगामी आईपीओ में 30 बिलियन डॉलर तक के मूल्यांकन तक पहुंचने का लक्ष्य लेकर चल रही है. हालांकि कंपनी के ड्राफ्ट को अभी तक बाजार नियामक सेबी ने मंजूरी नहीं दी है, पर जब भी यह आईपीओ लॉन्च होगा और अगर ये रिपोर्ट सटीक हैं, तो इससे बैंकों को मुनाफा ही मुनाफा होगा.
हुंडई का रहा है ओटोमोबाइल मार्केट में जलवा
दक्षिण कोरिया की हुंडई मोटर्स, जिसने 1996 में भारत में अपने दरवाजे खोले थे, अब वित्त वर्ष 24 में पीवी बिक्री की मात्रा के मामले में देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता बन गई है. विभिन्न खंडों में कुल 13 वाहन लॉन्च करने के साथ, वे अब भारत में ईवी और चार्जिंग स्टेशन शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं. हुंडई पिछले एक साल से सार्वजनिक होने की योजना बना रही है और उम्मीद है कि वह जल्द ही सेबी को ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा करेगी.मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स पहले से ही भारत के ऑटो सेक्टर में सूचीबद्ध हैं. मारुति वर्तमान में देश की सबसे मूल्यवान ऑटो कंपनी है, जिसके बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा मोटर्स का नंबर आता है.
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