नई दिल्ली : भारत में महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब आरबीआई की रेपो रेट की मार भी सहनी पड़ रही है. देश में पेट्रोल-डीजल, टमाटर, खाद्य तेल और खाने-पीने की वस्तुओं के दाम में बढ़ोतरी के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी लोगों की जेब पर डाका डालने में कोई कसर बाकी नहीं रखना चाह रहा है. आरबीआई ने बुधवार को द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा के तहत प्रमुख नीतिगत ब्याज दरों (रेपो रेट) में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी बढ़ाकर 4.9 फीसदी कर दिया है. भारत के केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी करने का फैसला किए जाने के दूसरे दिन प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंकों में शुमार आईसीआईसीआई बैंक ने लेंडिंग रेट यानी उधारी पर ब्याज दर में बढ़ोतरी करने का फैसला किया है. आईसीआईसीआई ने उधारी पर ब्याज दर में करीब 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी बढ़ोतरी कर दिया है.
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्राइवेट सेक्टर के बड़े बैंकों में शुमार आईसीआईसीआई बैंक ने आरबीआई द्वारा रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के दूसरे दिन लेंडिंग रेट में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी बढ़ोतरी कर दिया है. ब्याज दर में इस बढ़ोतरी के साथ आईसीआईसीआई बैंक द्वारा मुहैया कराए जाने वाली उधारी यानी कर्ज पर इंटरेस्ट रेट 8.60 फीसदी हो जाएगी. हालांकि, इस बढ़ोतरी से पहले आईसीआईसीआई बैंक उधारी पर ग्राहकों से 8.10 फीसदी ब्याज वसूल रहा था.
बता दें कि बैंकों की उधारी से होम लोन, ऑटो लोन और उनकी मासिक किस्त यानी ईएमआई जुड़े होते हैं. आईसीआईसीआई बैंक द्वारा लेंडिंग रेट में 50 बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी किए जाने के बाद होम लोन और ऑटो लोन महंगा होने के साथ ही उनकी ईएमआई महंगी हो जाएगी. आशंका यह जताई जा रही है कि आईसीआईसीआई बैंक के बाद अब देश के दूसरे बैंक पर लोन को महंगा कर देंगे.
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बताते चलें कि आरबीआई ने 8 जून बुधवार को लगातार दूसरे महीने प्रमुख नीतिगत ब्याज दर (रेपो रेट) में इजाफा करने का फैसला किया है. इससे पहले आरबीआई ने 4 मई 2022 को रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट यानी 0.40 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया था. केंद्रीय बैंक के इस कदम से मई में रेपो रेट 4 फीसदी से बढ़कर 4.4 फीसदी तक पहुंच गई थी. अब जबकि आरबीआई ने बुधवार 8 जून को रेपो रेट में इजाफा किया है, तो रेपो रेट में अब तक कुल 0.90 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हो गई है. इसके साथ ही, रेपो रेट 4.4 फीसदी से बढ़कर 4.9 फीसदी तक पहुंच गई है.
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