आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) में अपनी हिस्सेदारी को सरकार ने बेचने का फैसला किया है. सीएनबीसी आवाज के हवाले से खबर है कि आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) में सरकारी हिस्सा बेचने की तैयारी पूरी भी हो गई है. अब इसपर सिर्फ कैबिनेट से सैद्धांतिक मंजूरी लेनी बाकी है. वहीं, हिस्सेदारी बेची जाने की बात पर बैंक के ग्राहकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, सरकारी हिस्सेदारी बेचने का ग्राहकों पर कोई असर नहीं होगा. बैंक में सभी कामकाज पूर्व की भांति ही होंगे.
सूत्रों से जो खबरे मिल रही हैं उसकी माने तो आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बेचने की बात पर संबंधित मंत्रालयों से भी बातचीत कर ली गई है. एलआईसी, आईडीबीआई बैंक में अपना हिस्सा बेचने की तैयार है. है. बता दें आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की 51 फीसदी और सरकार की 47 फीसदी की हिस्सेदारी है.
गौरतलब है कि आईडीबीआई यानी औद्योगिक विकास बैंक भारत के प्रमुख बैंकों में से एक सरकारी बैंक है. भारतीय रिजर्व बैंक ने इसे अन्य बैंक की तरह सरकारी बैंक की मान्यता दी है. सरकार ने 22 जून 1964 को अधिसूचना जारी कर 1 जुलाई 1964 को इसकी स्थापना की थी. एलआईसी ने इसमें 21 हजार करोड़ निवेश कर 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली थी. जिसके बाद तकनीकी रूप से आईडीबीआई बैंक एक प्राइवेट बैंक बन गया है.
Posted by: Pritish Sahay
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.