RBI Moratorium के तहत आपने टाला है EMI, तो इन वजहों से खराब हो सकता है आपका क्रेडिट स्कोर

RBI Moratorium : अगर आपने देश में कोविड-19 महामारी (COVID19 pandemic) की वजह से लागू लॉकडाउन (Lockdown) में आर्थिक तंगी (Financial problems) दूर करने के लिए आरबीआई (RBI) की ओर से दी गयी ऋण अधिस्थगन (Moratorium) के तहत लोन की किस्त (EMI) को छह महीने तक टालने के लिए आवेदन किया हुआ है, तो आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि ऋण अधिस्थगन (Loan Moratorium) के तहत केवल आपके मासिक किस्त को रोका गया है. इससे आपके ब्याज की लागत कम नहीं होगी, बल्कि इसमें इजाफा ही होगा. इसके साथ ही, आपके लोन की अवधि में भी बढ़ोतरी होगी. ऐसे में इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि RBI के Loan Moratorium से आपके लोन चुकाने की क्षमता और उसके क्रेडिट स्कोर (Credit score) पर कितना प्रभाव पड़ता है. आइए, जानते हैं कि किन-किन वजहों से आपके क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है...

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2020 10:19 PM

RBI Moratorium : अगर आपने देश में कोविड-19 महामारी (COVID19 pandemic) की वजह से लागू लॉकडाउन (Lockdown) में आर्थिक तंगी (Financial problems) दूर करने के लिए आरबीआई (RBI) की ओर से दी गयी ऋण अधिस्थगन (Moratorium) के तहत लोन की किस्त (EMI) को छह महीने तक टालने के लिए आवेदन किया हुआ है, तो आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि ऋण अधिस्थगन (Loan Moratorium) के तहत केवल आपके मासिक किस्त को रोका गया है. इससे आपके ब्याज की लागत कम नहीं होगी, बल्कि इसमें इजाफा ही होगा. इसके साथ ही, आपके लोन की अवधि में भी बढ़ोतरी होगी. ऐसे में इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि RBI के Loan Moratorium से आपके लोन चुकाने की क्षमता और उसके क्रेडिट स्कोर (Credit score) पर कितना प्रभाव पड़ता है. आइए, जानते हैं कि किन-किन वजहों से आपके क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है…

ईएमआई भुगतान में चूक करने पर घटता है क्रेडिट स्कोर : यदि आप अपने लोन की ईएमआई या क्रेडिट कार्ड का भुगतान करने में चूक करते हैं या फिर न्यूनतम भुगतान करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब होने का खतरा अधिक होता है. हालांकि, आरबीआई के ऋण अधिस्थगन नियमों के तहत अगर आपने आवेदन किया है, तो ईएमआई की रोक के लिए आवेदन किया है, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब नहीं होगा, लेकिन इसमें भी आपको सचेत रहने की जरूरत है.

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क्रेडिट रिपोर्ट की जानकारी लेना बेहद जरूरी : विशेषज्ञों का कहना है कि जब आप आरबीआई के ऋण अधिस्थगन नियमों के तहत ईएमआई रोकने के लिए आवेदन किया है, इसके बारे में आपका बैंक क्रेडिट ब्यूरो को इसकी जानकारी देता है. उनका कहना है कि इस अर्थ यह नहीं कि आप ईएमआई रोकने का आवेदन देकर चुपचाप बैठ जाएं. आप अपने बैंक में जाकर क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए आवेदन करें और इस बात की जानकारी हासिल कर लें कि आपके क्रेडिट स्कोर पर खराब असर तो नहीं पड़ रहा है. बैंक से क्रेडिट ब्यूरो को भेजे गए आंकड़ों में ही कोई गलती हो सकती है. ऐसे में आपको बैंक जाकर अपना क्रेडिट स्कोर खुद ही सुधरवाना होगा.

दो-दो लोन लेने वालों को इनरोल की जानकारी रखें : यदि किसी ने विषम परिस्थिति में किसी बैंक से दो-दो लोन ले रखी है और उन्होंने ऋण अधिस्थगन नियमों के तहत केवल एक लोन की ईएमआई पर रोक लगाने के लिए आवेदन किया है, तो ऐसी स्थिति में उन्हें अपने बैंक में जाकर यह जानकारी हासिल करनी चाहिए कि बैंक ने उनके सही लोन के लिए इनरोल किया है या नहीं. इसकी जानकारी नहीं लेने पर ब्यूरो से आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है. विशेषज्ञ इस बात पर बार-बार जोर देते हैं कि यह लोन लेने वाले ग्राहकों की जिम्मेदारी बनती है कि वे ऋण अधिस्थगन के लिए आरबीआई के दिशानिर्देशों का बैंकों द्वारा सही तरीके पालन करने की जानकारी हासिल करे.

ईएमआई पर रोक के बाद एक खाते से दूसरे खाते में पैसा भेजना गलत : विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि आरबीआई के ऋण अधिस्थगन (Loan Moratorium) का लाभ किसी भी लोन लेने वालों को आवेदन करने के बाद ही मिलता है. ऐसे में यदि कोई ग्राहक ऋण अधिस्थगन के तहत ईएमआई पर रोक लगने के बाद पैसे एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसफर करता है, तो ऐसी स्थिति में आपका लोन रिपेमेंट फेल माना जाएगा और आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा. आम तौर पर आदमी अपने लोन वाले खाते से पैसा निकालकर दूसरे खाते में उनके लिंक्ड एकाउंट से ईएमआई इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग सर्विस के जरिए खुद कट जाने के डर से करता है, लेकिन यह उसके लिए नुकसानदेह होता है.

Posted By : Vishwat Sen

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