Indian Economy Highlights: कोरोना महामारी के बाद से भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार देखा जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के उप प्रबंध निदेशक एंटोनेट सायह ने इसके बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना संकट से उबरने के बाद भारत आज विश्व अर्थव्यवस्था में एक ब्राइट स्पॉट के रूप में उभर रहा है.
दक्षिण एशिया में होने वाले एक सम्मेलन में एंटोनेट सायह ने कहा कि भारत को सेवा निर्यात में अपनी मौजूदा ताकत का लाभ उठाने की जरूरत है. आईएमएफ के उप निदेशक ने कहा कि भारत को सेवा निर्यात में अपनी मौजूदा ताकत का लाभ उठाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वैश्विक मूल्य शृंखला में भागीदारी और संरचनात्मक सुधार करके रोजगार और विनिर्माण निर्यात को बढ़ावा दिया जा सकता है. एंटोनेट सायह ने कहा कि भारत आज विश्व अर्थव्यवस्था में अच्छे स्थान पर है, जो अपने औसत से काफी ऊपर की दर से बढ़ रहा है.
वहीं, इस सम्मेलन में मौजूद भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि दक्षिण एशियाई देशों के लिए मुद्रास्फीति पर काबू पाना सर्वोच्च प्राथमिकता है. अगर मूल्य दबाव इसी तरह हाई लेवल पर बना रहता है तो विकास एवं निवेश दोनों के लिए जोखिम बढ़ सकता है. आरबीआई के गवर्नर ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के नेतृत्व में दक्षिण एशियाई क्षेत्र में विकास हुआ है, जिसने वैश्विक विकास में 15 फीसदी का योगदान दिया है. इसके अलावा, उच्च उत्पादक क्षेत्रों, ऊर्जा सुरक्षा, हरित अर्थव्यवस्था पर सहयोग और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में भी काम किया गया है.
बता दें कि नवंबर, 2022 में भारत की मुद्रास्फीति पिछले महीने के 6.77 फीसदी से घटकर 11 महीने के निचले स्तर 5.88 फीसदी पर आ गई. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने मुद्रास्फीति के स्तर को ठीक करने के लिए पिछले साल मई से रेपो दर में 225 अंकों की वृद्धि की है.
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