ई-मेल या मैसेज में आए हर लिंक को है क्लिक करने की आदत तो हो जाएं सतर्क, आयकर विभाग ने किया आगाह

Beware of Phishing, I-T Department, आयकर विभाग ने (Income Tax Department) ने करदाताओं को रिफंड का वादा करने वाले ‘फिशिंग’ ई-मेल और मेसेज से आगाह किया है. साथ ही करदाताओं की इस तरह के किसी भी ई-मेल पर क्लिक नहीं करने को कहा है.

By Utpal Kant | May 3, 2020 2:27 PM

आयकर विभाग ने (Income Tax Department) ने करदाताओं को रिफंड का वादा करने वाले ‘फिशिंग’ ई-मेल और मेसेज से आगाह किया है. साथ ही करदाताओं की इस तरह के किसी भी ई-मेल पर क्लिक नहीं करने को कहा है. आयकर विभाग ने अपने ट्वीट में एक मैसेज का स्क्रीनशॉट की शेयर किया गया है, जिसमें लिखा है कि कोरोनावायरस की वजह से सरकार ने सभी आयकरदाताओं को रिफंड देने का फैसला किया. इस मुश्किल समय में वित्तीय राहत पाने के लिए लिंक पर क्लिक करें. आयकर विभाग ने इस तरह के मैजेस और ई-मेल में आए लिंक से पर क्लिक करने से बचने को कहा है.

Also Read: PMJDY: महिला जन-धन खाताधारक कब निकालें अपनी 500 रु की राशि, सरकार ने बनाया है ये नियम

विभाग ने रविवार को ट्वीट कर करदाताओं को सतर्क करते हुए कहा कि वे ऐसे किसी लिंक पर क्लिक नहीं करें, जिसमें रिफंड का वादा किया गया हो. ये संदेश आयकर विभाग की ओर से नहीं भेजे गए हैं.

गौरतलब है कि 8-20 अप्रैल के दौरान विभाग ने विभिन्न श्रेणी के करदाताओं को 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के 14 लाख रिफंड जारी किए हैं. इनमें व्यक्तिगत, हिंदू अविभाजित परिवार, प्रॉप्राइटर, फर्म, कॉरपोरेट, स्टार्टअप्स और लघु एवं मझोले उपक्रम श्रेणी के टैक्सपेयर्स शामिल हैं.

Also Read: J&K: हंदवाड़ा में चला 20 घंटे का आर्मी ऑपरेशन, 5 जवान शहीद, मारा गया लश्कर का टॉप कमांडर हैदर

भाषा के मुताबिक, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने आयकर विभाग को निर्देश जारी करते हुए जल्द से जल्द करदाताओं को रिफंड देने को कहा है जिसके बाद आयकर विभाग की तरफ से हर करदाताओं को ई-मेल भेजी जा रही है साथ ही अब तक 1.74 लाख मामलों में पुष्टि के लिए मेल भेजे गए हैं.मंत्रालय ने कहा था कि पांच लाख रुपये तक के लंबित रिफंड जारी करने के काम में तेजी लाई जाएगी. इससे 14 लाख करदाताओं को लाभ होगा.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version