Income Tax Raids आयकर विभाग ने मोबाइल ऐप के जरिये तत्काल शॉर्ट टर्म पर्सनल लोन देने वाली कंपनी फिनटेक के ठिकानों पर बुधवार को छापेमारी की है. आयकर विभाग ने 9 नवंबर को दिल्ली और गुरुग्राम में कई जगहों पर सर्च और सीजर ऑपरेशन चलाया था. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने इस बारे में जानकारी दी है.
तलाशी के दौरान यह पता चला कि कंपनी कथित तौर पर ऋण के वितरण के समय बहुत अधिक प्रोसेसिंग शुल्क ले रही है. इसके परिणामस्वरूप उधारकर्ताओं पर मुआवजे का अधिक बोझ पड़ता है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के मुताबिक, उक्त कंपनी केमैन द्वीप में स्थित एक समूह द्वारा संचालित की जाती है, जो एक पड़ोसी देश के एक व्यक्ति द्वारा नियंत्रित होती है. कंपनी ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के माध्यम से भारत में नाममात्र की प्रारंभिक पूंजी लाई है, लेकिन भारतीय बैंकों से पर्याप्त कार्यशील पूंजी ऋण लिया है.
However, evidence gathered during the search has revealed that such remittances made to the group companies are either highly inflated or non-genuine. Evidence found also indicate that internal web-based application for lending business was controlled from outside India: CBDT
— ANI (@ANI) November 17, 2021
बताया जा रहा है कि कंपनी के बिजनेस मॉडल के परिणामस्वरूप पूंजी का उच्च रोटेशन होता है. जिसका प्रमाण इसके संचालन के पहले वर्ष में 10,000 करोड़ रुपये के कारोबार से है. यह भी देखा गया है कि 2 साल में सेवाओं की खरीद के बहाने इसके द्वारा अपनी विदेशी समूह की कंपनियों को लगभग 500 करोड़ रुपये का प्रत्यावर्तन किया गया है.सीबीडीटी ने बताया कि तलाशी की कार्यवाही के दौरान विदेशी नागरिकों सहित प्रमुख व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए हैं. आगे की जांच जारी है.
Also Read: महाराष्ट्र: नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के पिता की ओर से दायर मानहानि के केस में HC में दायर किया हलफनामाDisclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.